नागौर. मेड़ता सिटी के छाजेड़ों के मोहल्ले में मकानों में दरारें आने, मकान जर्जर होने और जमीन धंसने का दौर जारी है. लोग इतने दहशत में हैं कि कुछ मकानों में रहने वाले लोगों ने किराए के मकान में पनाह ले रखी है. इधर, मोहल्ले में मकान जर्जर होने के बोर्ड और बैनर लगाकर चेतावनी भी जारी की गई है.
मेड़ता सिटी के दो दर्जन से ज्यादा मकानों में आई रहस्यमयी दरारें जानकारी के अनुसार, पिछले दिनों हुई तेज बरसात के बाद मकानों में दरारें आने का ये सिलसिला शुरू हुआ था. जो लगातार बढ़ता जा रहा है. शुरुवात में इस मोहल्ले के लगभग 20 मकानों में दरारें आई थी. जो अब बढ़ गई हैं. इनमें से 13 घरों में रहने वाले लोगों ने दूसरी जगह बसेरा बनाया हुआ है. अब इस मोहल्ले के पीछे स्थित दर्जियों के मोहल्ले के मन्दिर सहित कुछ मकान भी दरारों की चपेट में आने लगे हैं.
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छाजेड़ों के मोहल्ले के कैलाशचंद सोनी का कहना है कि उनके मकान का काम चल रहा था. अभी मुहूर्त भी नहीं हुआ था. अब अचानक यह समस्या आ गई. जीवनभर की कमाई खर्च कर जो मकान बना रहे थे. उसी में गहरी दरारें देख उनके चेहरे पर मायूसी छा जाती है. नरेंद्र कट्टा ने इस साल जनवरी में ही रेनोवेशन करवाया था. उनका मकान भी जर्जर हो गया.
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मेड़ता सिटी के छाजेड़ों के मोहल्ले के लोग एसडीएम से लेकर कलेक्टर तक और पार्षद से लेकर सांसद तक सबसे गुहार लगा चुके हैं. घटना की जानकारी मिलने पर अधिकारी और जनप्रतिनिधियों ने मुआयना भी किया. पिछले दिनों एक टीम ने भी मौका मुआयना कर इस पूरे मामले की जड़ का पता लगाने की कोशिश की. लेकिन फिलहाल, लोगों को इस समस्या का स्थायी समाधान मिलने का इंतजार है.