नागौर. जिले के खींवसर थाने में दलित शिक्षक के साथ हुई मारपीट के मामले में अब राजनीति रंग लेना शुरू कर दिया. नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने गहलोत सरकार पर हमला बोलते हुए खींवसर थाना अधिकारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है.
दलित शिक्षक के साथ मारपीट का मामला बता दें, कि नागौर में दलित शिक्षक के साथ खींवसर थाने में मारपीट के मामले में अब सांसद हनुमान बेनीवाल ने एक बार फिर से पुलिस पर सवालिया निशान लगा दिया है. उन्होंने साफ तौर पर कहा, कि पुलिस के द्वारा जिस तरह थाने में आने वाले परिवादियों के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है. इसके साथ ही पीड़ित के साथ मारपीट की घटनाएं लगातार सामने आ रही है.
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FIR दर्ज करने की मांग...
सांसद बेनीवाल ने कहा, कि जिले में अपराधियों में विश्वास और आमजन में भय का माहौल है. उन्होंने कहा, कि इस पूरे मामले में खींवसर थानाधिकारी को लाइन हाजिर तो कर दिया, लेकिन पुलिस विभाग ने इतिश्री कर ली है. जबकि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं हो इसके लिए जरूरी है कि खींवसर थानाअधिकारी के खिलाफ FIR दर्ज हों.
इस मामले में खींवसर थानाअधिकारी रामनारायण भवरिया को लाइन हाजिर कर दिया और विभागीय जांच के आदेश भी हो चुके, लेकिन सांसद हनुमान बेनीवाल गहलोत सरकार पर हमला बोलते हुए खींवसर थानाअधिकारी रामनारायण भवरिया के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग कर रहे है.
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अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को सौंपी गई जांच...
गौरतलब है कि इस मामले में जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को सौंपी गई है. जांच में साबित होने पर मुकदमा दर्ज करने की बात कही जा रही है, लेकिन पीड़ित के थाने पहुंचकर बात करने की भी बात सामने आ रही है. बता दें, हैं कि होली के दिन बिरलोका स्कूल से तीन गैस सिलेंडर चोरी होने का मामला दर्ज करवाने 13 मार्च को शिक्षक से थाने में मारपीट की, पीड़ित शिक्षक ने आरोप लगाया, कि जातिसूचक गालियां भी दी गई. शिक्षक को धारा 151 मे बंद भी कर दिया.
दरअसल, बेनीवाल के छोटे भाई नारायण बेनीवाल राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी से खींवसर से विधायक हैं. जिसके बाद से ही शिक्षक के साथ थाने में हुई मारपीट के मामले में अब राजनीतिक रंग लेना शुरू कर दिया.