मकराना (नागौर). जिले के मकराना क्षेत्र में पुलिस की ओर से दलितों पर दर्ज किए गए मुकदमे को वापस लिए जाने की मांग को लेकर मेघवाल समाज सेवा समिति ने मकराना उपखंड अधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा. पुलिस ने क्षेत्र के रहने वाले हनुमान राम मेघवाल की हत्या के विरोध में प्रदर्शन करने वाले लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए थे.
ज्ञापन में लिखा है कि मारोठ थाना क्षेत्र के गांव सांवतगढ़ (नांवा) में रास्ते के विवाद को लेकर झगड़ा हुआ था. जिसके चलते समाज विशेष के लोगों ने हनुमानराम मेघवाल की हत्या कर दी थी. साथ ही परिवार की महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार किया था. जिस पर पीड़ित पक्ष की ओर से मारोठ थाने में मामला दर्ज कराया गया था. जिसके बाद दोनों पक्षों को समझाइश कर प्रशासन ने रास्ता खुलावाया. उचित मांगों पर सहमति बनने के बाद मृतक का पोस्टमार्टम कर अंतिम संस्कार किया गया.
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वहीं ज्ञापन में यह भी लिखा है कि घटना के 2 दिन बाद षडयंत्र और राजनीतिक दबाव के चलते पीड़ित परिवार सहित 7 लोगों के खिलाफ ही मुकदमा दर्ज किया गया, जो किसी भी सूरत में न्याय संगत नहीं है. इससे पहले कांग्रेस शासन में एससी/एसटी समाज के साथ कभी अन्याय नहीं हुआ था. पर इस बार एससी/एसटी के साथ घोर अन्याय व दुर्वव्यवहार होने लगा है.
ज्ञापन के जरिए मांग की गई है कि पीड़ित परिवार को न्याय दिलवाकर समाज के लोगों पर दर्ज मुकदमा वापस लिया जाए, अन्यथा पूरे दलित समाज में आक्रोश व्याप्त हो जाएगा. कोरोना महामारी में यह स्थिति उचित नहीं होगी.
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समाज के मंत्री गंगाराम मेघवाल ने कहा कि समाज के पीड़ित पक्ष के खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज किया है. इसके जरिए पीड़ितों को और अधिक प्रताड़ित किए जाने का कार्य किया जा रहा है. इस मुकदमे को वापस नहीं लिया जाता है तो दलित समाज की ओर से प्रदेश भर में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा. इस मौके पर राजस्थान मेघवाल परिषद के जिला संयोजक नाथूराम मेघवाल, हनुमान प्रसाद, सुरेन्द्र कुमार, सुरेश कुमार, नरपतराम, लक्ष्मण ताणान, विक्रम पिपरालिया सहित अनेक लोग मौजूद रहे.