नागौर. जिले में कोरोना संक्रमण के आंकड़े एक बार फिर तेजी से बढ़ रहे हैं. जुलाई महीने के पहले सप्ताह में जिले में कोरोना वायरस से संक्रमण के करीब 150 नए मामले सामने आ चुके हैं. इसके साथ ही नागौर शहर में भी लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों की तादाद में बढ़ोतरी हो रही है. ऐसे में प्रशासन और चिकित्सा विभाग की चिंता बढ़ गई है. साथ ही आमजन को भी अपने और परिजनों के स्वास्थ्य की फिक्र होने लगी है.
नागौर में सर्राफा व्यवसायियों का 'स्वैच्छिक लॉकडाउन' कोरोना वायरस के मरीजों के लगातार बढ़ते आंकड़ों के मद्देनजर नागौर शहर के सर्राफा व्यवसायियों और किराना व्यापारियों ने अपने स्तर पर एक अनूठी पहल की है. शहर के मैढ़ क्षत्रिय स्वर्णकार समाज और सर्राफा व्यवसायियों ने पिछले दिनों एक अनूठी पहल करते हुए स्वैच्छिक लॉकडाउन करने का फैसला लिया है. इसके चलते इस व्यवसाय से जुड़े हुए लोग 12 जुलाई तक अपने प्रतिष्ठान बंद रखेंगे.
मैढ़ क्षत्रिय स्वर्णकार समाज के अध्यक्ष दामोदर प्रसाद मांडण ने बताया कि नागौर शहर में कोरोना वायरस से संक्रमण के लगातार बढ़ते आंकड़ों को देखते हुए उन्होंने समाज के लोगों और सर्राफा व्यवसायियों से संपर्क किया था. इस दौरान कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ते आंकड़ों के कारण सभी व्यवसायी चिंतित थे. इसके चलते 12 जुलाई तक सर्राफा व्यवसाय से जुड़े हुए लोगों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखने का फैसला लिया.
पढ़ें-नागौरः मकराना में कोरोना वायरस के प्रति जागरूकता के लिए लगाए गए पोस्टर
दूसरी तरफ बुधवार को नागौर शहर के किराना मर्चेंट एसोसिएशन ने भी एक अनूठी पहल की है. इसके अनुसार किराना व्यापारियों ने दुकानें खोलने का समय निर्धारित कर दिया है. नागौर किराना मर्चेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष धर्माराम भाटी का कहना है कि किराना की दुकानें लोगों की रोजमर्रा की जरूरत से जुड़ी है, इसलिए हमने लॉकडाउन में इस निश्चित समय तक खुले रखने का फैसला किया है.