नागौर. कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे को देखते हुए देशभर में लॉकडाउन का चौथा चरण चल रहा है. इसी बीच सोमवार को मुस्लिम भाईयों ने ईद का त्यौहार बड़ी सादगी के साथ मनाया.
नागौर में फीका रहा ईद का त्यौहार बता दें, कि हर साल ईद के मौके पर ईदगाहों पर होने वाली नमाज और तकरीर भी नहीं हुई. जिलेभर में ईदगाह सूने रहे और लोगों ने घर में ही नमाज अता की. इसके साथ ही एक दूसरे के गले मिलकर ईद की मुबारकबाद देने की परंपरा भी इस बार कोरोना काल की भेंट चढ़ गई. लोगों ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर और व्यक्तिगत रूप से कॉल कर एक दूसरे को ईद की मुबारकबाद दी.
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ईद के मौके पर नागौर में सर्किट हाउस के पास और लक्ष्मीतारा सिनेमा हाल के पीछे स्थित ईदगाह में खास नमाज अता की जाती है और तकरीर होती है, लेकिन इन दोनों ही ईदगाह में सन्नाटा पसरा रहा. लोगों को इकट्ठा होने से रोकने के लिए एहतियात के तौर पर ईदगाहों के आसपास पुलिस भी तैनात की गई. ईद के मौके पर हर साल दरगाह बड़े पीर साहब में मेला भी लगता है. जहां जिलेभर से और जिले के बाहर से भी जायरीन आते हैं, लेकिन इस बार लॉकडाउन के चलते यह मेला भी नहीं भरा.
करौली में मनाई गई सादगी से ईद
देशभर मे कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के चलते लॉकडाउन के आदेश जारी किए गए हैं. ऐसे में सोमवार को ईद-उल-फितर का त्योहार घर में ही सादगी पूर्ण मनाया गया. इस दौरान मुस्लिम भाइयों ने घर में ही नमाज पढ़कर कोविड-19 के खात्मे की अल्लाह से दुआ मांगी. ईद के दिन बाजारों में काफी चहल-पहल दिखाई देती थी, लेकिन लॉकडाउन के चलते जिलेभर में सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा. इस बार मुस्लिमों ने ईद का त्योहार सादगीपूर्ण तरीके से मनाया है. यहां मस्जिद और ईदगाह में भीड़ जुटने पर पाबंदी के होने के कारण लोगों ने घरों में ही ईद की नमाज अदा की.