नागौर.खींवसर विधानसभा में उपचुनाव संपन्न होने के बाद अब सभी की निगाहें 24 अक्टूबर को होने वाली मतगणना पर हैं. चुनाव के बाद 266 मतदान बूथों से लाई गई ईवीएम मशीनों को नागौर के बी आरमिर्धा महाविद्यालय के स्ट्रांग रूम में रखा गया है.
खींवसर उपचुनाव की मतगणना 24 को खींवसर विधानसभा उप चुनाव के मतगणना में त्रिस्तरीय सुरक्षा तैनात की गई है. मशीनों की त्रिस्तरीय सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाओं को देखने के लिए मंगलवार सुबह जिला निर्वाचन अधिकारी दिनेश कुमार यादव, भारत निर्वाचन आयोग के पर्यवेक्षक अरुण उन्हाले, जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. विकास पाठक, उप जिला निर्वाचन अधिकारी मनोज कुमार, खींवसर विधानसभा क्षेत्र के रिटर्निंग अधिकारी डॉ. इन्द्रजीत यादव ने दौरा किया और जानकारी ली.
पढ़ें: BSP के राष्ट्रीय को-ऑर्डिनेटर के साथ अभद्रता पर मायावती ने कांग्रेस सरकार को चेताया, कहा- ऐसी घिनौनी हरकतों से बाज आए कांग्रेस
जिला निर्वाचन अधिकारी दिनेश कुमार यादव ने स्ट्रांग रूम की सुरक्षा व्यवस्था के बारे में बताया कि स्ट्रांग रूम को त्रिस्तरीय सुरक्षा प्रदान की गई है. सबसे पहले केंद्रीय सुरक्षा बल बीएसएफ के जवान स्ट्रांग रूम की सुरक्षा की पहली लेयर के रूप में तैनात हैं. वहीं इसके बाद दूसरे सुरक्षा घेरे के रूप में आरएसी के जवान तैनात हैं और बाहर के परिसर में राजस्थान पुलिस के जवान मतगणना केंद्र की चौकसी कर रहे हैं. इसके साथ ही सीसीटीवी कैमरे भी मॉनिटरिंग के लिए लगाए गए हैं.
इस बार चुनाव आयोग ने मतदाता पर्ची को अमान्य करते हुए मतदाता पहचान पत्र या अन्य अधिकृत 11 दस्तावेजों की अनिवार्यता कर दी, जिसके परिणामस्वरूप मतदान का प्रतिशत कम हो गया. चुनाव आयोग को यह सूचना मिली कि प्रदेश में मतदाता पर्ची से फर्जी मतदान ज्यादा हुआ, इसलिए पहचान पत्र की अनिवार्यता लागू कर दी. गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में खींवसर विधानसभा क्षेत्र में 64 प्रतिशत मतदान हुआ था.