नागौर.जिले में मारवाड़ को अपनी कर्मभूमि बनाकर प्रदेश और देश की राजनीति में अलग पहचान बनाने वाले किसान नेता नाथूराम मिर्धा की जयंती पर मंगलवार को उन्हें श्रद्धांजलि दी गई. वहीं ग्रामोत्थान चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से नाथूराम मिर्धा की 100वीं जयंती के मौके पर मानासर स्थित पशु प्रदर्शनी स्थल पर कार्यक्रम आयोजित हुआ.
जहां लगी नाथूराम मिर्धा की प्रतिमा का माल्यार्पण किया गया और उनके जीवन से युवाओं को सीख लेने का आह्वान किया गया. साथ ही नाथूराम ग्रामोत्थान चैरिटेबल ट्रस्ट व छात्रावास से रैली के रूप में ट्रस्ट के पदाधिकारी और छात्र पशु प्रदर्शनी स्थल पहुंचे.
जहां प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद छात्रावास में भी नाथूराम मिर्धा की तस्वीर पर माल्यार्पण किया गया. इस दौरान वहां वक्ताओं ने उनके जीवन और राजनीतिक सफर के बारे में युवाओं को जानकारी दी और उनके बताए रास्ते पर आगे बढ़ने का आह्वान किया.
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इस मौके पर ट्रस्ट के अध्यक्ष मेहराम नगवाड़िया ने कहा कि नाथूराम मिर्धा किसानों के मसीहा थे. सचिव अर्जुनराम लामरोड़ ने कहा कि राजस्थान पहला राज्य बना, जहां किसानों को अपनी जमीन का हक बिना शुल्क चुकाए मिला. साथ ही उन्होंने कहा कि यह नाथूराम मिर्धा के प्रयासों का ही फल था. इसी के तहत रामकरण डूकिया ने कहा कि मिर्धा ने हमेशा किसानों की बात रखी और किसानों का सहयोग किया. इस मौके पर ट्रस्ट उपाध्यक्ष परमाराम जाखड़, चेलाराम सारण, आदि मौजूद रहे.