नागौर.जिलेभर के दिव्यांगों को दिव्यांगता प्रमाण पत्र बनवाने के लिए नागौर आना पड़ता है. वहीं कोरोना काल में आवाजाही के साधन मिलने की एक बड़ी समस्या है. इसके साथ ही जिले में प्रमाण पत्र बनवाने के लिए एक से दूसरे विभाग के बीच दिव्यांगों और उनके परिजनों को चक्कर लगाने पड़ते हैं और परेशानी उठानी पड़ती है.
दिव्यांग प्रमाण पत्र बनवाने के लिए खींवसर में शिविर दिव्यांगों और उनके परिजनों की इस परेशानी को कम करने के लिए उपखंड मुख्यालयों पर ही दिव्यांगता प्रमाण पत्र बनाने के लिए शिविरों का आयोजन किया जा रहा है. जहां प्रमाण पत्र के लिए आवेदन लेकर मेडिकल मुआयना किया जा रहा है. इसके बाद विभागीय प्रक्रिया पूरी करके प्रमाण पत्र जारी किए जा रहे हैं. शुक्रवार को खींवसर उपखंड मुख्यालय पर दिव्यांगों के प्रमाण पत्र बनाने के लिए शिविर का आयोजन किया गया है.
जहां करीब 700 दिव्यांगों की ओर से प्रमाण पत्र बनवाने के लिए आवेदन किया गया है. खींवसर उपखंड अधिकारी राजकेश मीना ने बताया कि खींवसर उपखंड क्षेत्र के दिव्यांगों के प्रमाण पत्र बनवाने के लिए शिविर लगाया गया है.
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शिविर में दिव्यंगों को प्रमाण पत्र बनाकर दिए जा रहे हैं, ताकि उन्हें सरकारी योजनाओं का फायदा मिल सके. एसडीएम मीना का कहना है कि कोविड-19 संबंधी गाइड लाइन की पालना करते हुए दिव्यंगों के प्रमाण पत्र बनवाए गए हैं. इसके साथ ही शिविर में बिना मास्क पहने आए दिव्यांगों को मास्क भी दिए गए और घर से बाहर निकलने पर मास्क पहनने की अपील भी की गई है.