मकराना (नागौैर). कभी-कभी एक छोटा सा घरेलू विवाद, पति-पत्नी में बड़े विवाद का कारण बन जाता है. ऐसा ही एक मामला मकराना में आयोजित हुई राष्ट्रीय लोक अदालत के सामने आया. एडवोकेट राजूराम चौधरी ने बताया कि बोरावड़ के जाटावास निवासी जगदीश प्रसाद का उनकी पत्नी माया देवी के साथ घरेलू विवाद चल रहा था. पति-पत्नी दोनों पिछले 22 सालों से अलग रह रहे थे. दोनों का एक पुत्र भी है. दोनों के परिवार ने उनसे काफी समझाइश करने की कोशिश की, लेकिन दोनों नहीं माने. आखिरकार लोक अदालत के समझाने के बाद 22 वर्षों से अलग रह रहे दंपती फिर से साथ रहने के लिए तैयार हो गए. दोनों ने कोर्ट में ही जज के सामने एक दूसरे माला पहनाकर विवाह किया.
2005 में कोर्ट ने कर दी थी तलाक की डिग्री:दोनों में विवाद के चलते वर्ष 2005 में कोर्ट ने दोनों के तलाक की डिग्री भी कर दी थी. उनका पुत्र आईआईटी जम्मू में सिविल की तैयारी कर रहा है. शनिवार को मकराना न्यायालय में लगी चतुर्थ राष्ट्रीय लोक अदालत में दोनों को समझाया गया. दोनों ने अपने पुत्र के भविष्य को ध्यान में रखते हुए फिर से साथ जीवन जीने का फैसला कर लिया. दोनों के लिए कोर्ट परिसर में ही माला मंगवाई गई और दोनों ने एक-दूसरे को माला पहनाकर राजीनामे पर दस्तखत किए.