कोटा.जिले के भामाशाह मंडी के सभागार में शुक्रवार को प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना को लेकर व्यापारियों, उद्योगपतियों, विपणन विभाग से जुड़े अधिकारियों, कृषि विभाग के अधिकारियों और नाबार्ड के अधिकारियों की महत्वपूर्ण कार्यशाला आयोजित हुई. इस कार्यशाला में योजना के प्रदेश प्रभारी अशोक गर्ग भी शामिल रहे.
कृषि उपज मंडी भामाशाह के सचिव एमएल जाटव के मुताबिक इस योजना के तहत छोटे उद्यमियों और छोटे छोटे उद्योग लगाने और लोगों को रोजगार देने के बारे में बताया गया. योजना के तहत उद्योग लगाने वाले उद्यमियों को सरकार की ओर से 10 लाख रुपए की सब्सिडी मिलने की बात कही गई है.
इधर व्यापारियों ने भी उद्यमियों ने योजना की खूब प्रशंसा की और उद्यमियों और व्यापारियों ने कहा कि सरकार को संभाग स्तर पर अलग-अलग खाद्यान्न प्रसंस्करण के यूनिटें लगाने की ओर भी ध्यान देना चाहिए. ताकि इस योजना का लाभ ज्यादा से ज्यादा उद्यमियों और रोजगार पाने वाले लोगों को मिल सके.
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वहीं, व्यापार महासंघ के अध्यक्ष अशोक माहेश्वरी ने कहा कि सरकार की यह योजना महत्वपूर्ण योजना है, लेकिन इन्होंने धनिया का कोटा में लहसुन का बारा में और संतरे का झालावाड़ में प्रोसेसिंग प्लांट लगाने की बात कही. जो कि कोटा संभाग में सबसे बड़ा है. यह तीनों प्लांट यहां पर भी लगने चाहिए. जिससे रोजगार के साथ-साथ व्यापारियों को भी फायदा मिलेगा.