अंता (बारां). जिले के अंता में काली सिंध नदी में आए उफान से नागदा बलदेवपुरा पेयजल योजना का 57 करोड़ लागत का प्रोजेक्ट तहस नहस हो गया है. ऐसे मे कस्बे सहित 42 गांवों के लोगों को पेयजल संकट का सामना (Water crisis in Anta) करना पड़ रहा है. पेयजल समस्या को दूर करने के लिए अधिकारियों की ओर से वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है. इसके लिए बरडिया में स्थित प्लांट से कस्बे में 3 निजी ट्यूबवेलों को अधिग्रहण किया गया है. इससे पाइप लाइनें जोड़ कर बरडिया के प्लांट से पानी की सप्लाई की जा सकेगी.
बता दें, पहले भी अंता कस्बे में 29 लाख लीटर पानी की सप्लाई होती थी, लेकिन फिलहाल वैकल्पिक व्यवस्था के कारण 10 लाख लीटर पानी की सप्लाई हो सकती है. ऐसे मे कस्बे के लोगों को कुछ हद तक राहत मिलेगी. कस्बे में पानी की सप्लाई होने में तीन-चार दिन लग सकते हैं.
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कस्बे मे पेयजल की वैकल्पिक व्यवस्था को लेकर जलदाय विभाग के एडिशनल चीफ महेश जांगिड़ , प्रोजेक्ट एसई दीपक झा सहित कई अधिकारी नागदा बलदेवपुरा प्लांट पहुंचे. इस दौरन उन्होंने वैकल्पिक व्यवस्था का निर्णय लिया. दूसरी ओर नागदा बलदेवपुरा प्लांट चालू नहीं होने से 42 गांवों के लोगों के सामने पेयजल की समस्या खड़ी हो गई है.