कोटा. शहर में भारी बारिश के बाद जलमग्न हुई बस्ती और कॉलोनियों की स्थिति का मामला राज्य से लेकर केंद्र सरकार तक पहुंचा. जिसके बाद सोमवार को आनन-फानन में नगर विकास न्यास का अतिक्रमण निरोधक दस्ता प्रेम नगर इलाके में पहुंचा. जहां जेसीबी की सहायता से नाले में हो रहे अतिक्रमणों को ध्वस्त किया. इसमें अवैध निर्माणों के साथ नाले पर बनाई गई पक्की दीवारों को भी हटाया गया.
कोटा में बने बाढ़ जैसे हालातों के बाद यूआईटी दस्ते ने ध्वस्त किेए नालों पर बने अतिक्रमण - shanti dhariwal
कोटा में कच्ची बस्ती और कॉलोनी में पानी भरने के बाद लोकसभा स्पीकर ओम बिरला और यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने नाराजगी जताते हुए व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए थे. इसके बाद यूआईटी ने कच्चे-पक्के अतिक्रमण को नालों के पास से हटाया.
कार्रवाई के दौरान बडी संख्या में लोग भी इकट्ठा हो गए, लेकिन हंगामे और विरोध की नौबत आने से पहले ही पुलिस और यूआईटी अधिकारी अलर्ट हो गए और समझाइश देकर सभी को वहां से रवाना किया. गौरतलब है कि यूआईटी द्वारा समय-समय पर ध्यान नहीं देने के कारण बरसाती नाले में कच्चे-पक्के मकान बनाकर अतिक्रमियों ने अतिक्रमण कर लिया.
जिस कारण बारिश के बाद नालों में उफान आया तो पानी ओवर फ्लो होकर कॉलोनियों में घुस गया और औद्योगिक इलाके की कई बस्तियों में जल जमाव की स्थिति पैदा हो गई. इसकी जानकारी जब यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल और लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को लगी तो उन्होंने नाराजगी जताते हुए जिला प्रशासन को व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए. तहसीलदार बद्रीलाल मीणा के अनुसार अब यह अभियान पूरे शहर में चलेगा और बरसाती नालो पर हुए अतिक्रमण को हटाकर सरकारी जमीन को मुक्त करवाया जाएगा.