कोटा.नगर विकास न्यास ने कोटा शहर में पांच जगह पर कमर्शियल और रेजिडेंशियल कम कमर्शियल भूखंड आवंटन को दिए थे, लेकिन इसकी आवंटन पुस्तिका में कॉर्नर प्लॉट के 10 फीसदी अतिरिक्त वसूलने के संबंध में कोई जानकारी नहीं थी. जिसके बाद अब जिन आवंटियों कॉर्नर के भूखंड आवंटित हो गए हैं. उनसे यह 10 फीसदी की राशि ज्यादा ली जा रही है.
UIT ने पुस्तिका में नहीं दी कॉर्नर भूखंड के 10 फीसदी अतिरिक्त वसूलने की जानकारी जिसके बाद से ही वह परेशान है और इसको लेकर यूआईटी सचिव से लेकर जिला कलेक्टर और यूडीएच मंत्री तक भी पहुंच चुके हैं. इन्होंने साफ तौर पर यूआईटी पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि पहले आवेदन पुस्तिका में इस तरह की कोई भी बात नहीं लिखी गई थी.
जानकारी के अनुसार यूआईटी ने जवाहर नगर डिस्ट्रिक्ट, सेंटर बालाजी मार्केट, स्वामी विवेकानंद, नगर राजीव प्लाजा, विज्ञान नगर और पटेल मार्केट में 879 भूखंडों और दुकानों का आवंटन लॉटरी के जरिए किया था. इन 5 योजनाओं में 81 कॉर्नर के भूखंड आवंटित किए गए थे. जिन लोगों को कॉर्नर के प्लॉट आवंटित हुए हैं, वह अब यूआईटी के चक्कर लगा रहे हैं.
उन्होंने आरोप लगाया है कि यूआईटी ने आवंटन के बाद 10 फीसदी कार्नर का चार्ज अतिरिक्त जोड़ दिया है, जबकि आवेदन पुस्तिका में भी ये नहीं था. ऐसे में अतिरिक्त लगने की जानकारी आवंटी को नहीं थी. अब उन्हें प्रत्येक को 5 लाख से ज्यादा का अतिरिक्त भुगतान करना पड़ रहा है, जो कि चार करोड़ के आसपास है. यह सभी लोग अब इसका विरोध कर रहे हैं.
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इनका कहना है कि यूआईटी के अधिकारी किसी भी तरह का कोई जवाब नहीं दे पा रहे हैं. जिन लोगों को भूखंड आवंटित हुए हैं, उन्हें लोन मिलने में भी समस्या आ रही है. इसके अलावा इन आवंटियों का कहना है कि अब वे जिला कलेक्टर से भी मिल चुके हैं. साथ ही कोटा दौरे पर आए यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल से भी मुलाकात करेंगे. इनमें धर्मराज नागर, श्यामा मीणा, अनीता जैन, विनय जैन, अजीता मीणा, प्रेम शंकर मीणा, लक्ष्मी नगर और राकेश बरड़ा शामिल हैं.