कोटा. प्रदेश के यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल 7 दिवसीय कोटा दौरे पर बुधवार को पहुंचे हैं. इसके बाद से गुरुवार की सुबह से ही उन्होंने शहर के विकास कार्यों का जायजा लेने का क्रम शुरू किया. वे सिविल लाइंस स्थित अपने घर से निकले और केशवपुरा फ्लाईओवर के पहले उन्होंने शिव मंदिर में पूजा की. जिसके बाद केशवपुरा फ्लाईओवर का जायजा लिया, जहां पर संवेदक को जमकर लताड़ा उन्होंने लगाई.
केशवपुरा फ्लाईओवर का धारीवाल ने किया निरीक्षण उन्होंने कहा कि कई बार समय सीमा इस फ्लाईओवर की निर्माण बढ़ा दी गई है. इसके बावजूद भी निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पा रहा है. उन्होंने संवेदक और यूआईटी के अधिकारियों से पूछा कि अब कब तक निर्माण कार्य पूरा होगा. इसके जवाब में यूआईटी के विशेष अधिकारी आरडी मीणा ने कहा कि वे फरवरी महीने में इसका निर्माण कार्य पूरा कर देंगे, अभी करीब एक महीना लगेगा. ऐसे में 20 फरवरी तक वह पूरा कर देंगे लेकिन यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने एक नहीं सुनी. उन्होंने साफ कह दिया कि 15 फरवरी के पहले यह निर्माण कार्य पूरा हो जाना चाहिए, 16 फरवरी होने पर संवेदक फार्म पर जुर्माना लगाया जाएगा.
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यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल जैसे ही केशवपुरा फ्लाईओवर का निरीक्षण करने पहुंचे. वहां पर जनवरी में ही निर्माण कार्य पूरा हो जाने के लिए संवेदक फर्म ने कहा था, लेकिन अभी भी कार्य अधूरा है. उन्होंने पूछा कि कहां दिक्कत आ रही है. जिस पर यूआईटी के अधिकारियों ने कहा कि अभी दो स्लैप डालने हैं. साथ ही 50 मीटर आगे बढ़ाया है, जहां कार्य जारी है. पर मंत्री धारीवाल ने नाराजगी जताते हुए अल्टीमेटम दे दिया. इसके बाद यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल का काफिला अकेलगढ़ वाटर ट्रीटमेंट प्लांट पहुंचा, जहां पर पूरे ट्रीटमेंट प्लांट का जीर्णोद्धार करवाया जा रहा है.
यहां पर यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने अधिकारियों को कहा है कि कोटा के नए और पुराने एरिया में पूरे दबाव से पानी लोगों को मिलना चाहिए. साथ ही जो पानी फिल्टर होने के दौरान बेकार हो रहा है, वह भी कम होना चाहिए. अधिकारियों ने कहा कि अभी 400 एमएलडी पानी फिल्टर होकर पहुंच रहा है लेकिन इसका वेस्टेज ज्यादा है. जिसको कम करने के लिए ही इस पूरे फिल्टर प्लांट का जीर्णोद्धार करवाया जा रहा है.
धारीवाल ने कहा कि 3 मंजिल तक बिना दबाव के पानी पहुंचना चाहिए. इस निरीक्षण के दौरान पीसीसी महासचिव राखी गौतम, महापौर कोटा दक्षिण राजीव अग्रवाल, जिला कलेक्टर उज्जवल राठौड़, यूआईटी सचिव राजेश जोशी सहित यूआईटी और जिला प्रशासन का पूरा अमला मौजूद रहा.