रामगंजमंडी (कोटा). मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व में सोमवार को बाघिन MT-2 की मौत हुई थी. बाघिन के मरने के बाद उसके दो शावकों को लेकर वन विभाग के अधिकारीयों की चिंता बढ़ गई है. हालांकि, बाघिन का एक शावक तो कुछ घंटे बाद ही घायल अवस्था में मिल गया था, लेकिन एक शावक अभी भी वन विभाग की नजर से दूर है.
दूसरे दिन भी नहीं मिला शावक बता दें कि 12 दिनों के अंदर मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व में 2 बाघ के मरने की खबर ने सबको झकझोर कर रख दिया है. इस पर मंगलवार को मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व का केंद्र की एनटीसीए टीम ने भी निरक्षण किया है. अब देखना यह है कि उनकी रिपोर्ट क्या बताती है. राजस्थान के प्रधान मुख्य वन संरक्षक और मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक जेवी रेड्डी ने बताया कि बाघिन MT-2 की मौत के बाद जो पोस्टमार्टम रिपोर्ट को एनालिसिस करने के बाद ही कुछ कह सकते हैं.
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रही बात मॉनिटरिंग की तो हमारा स्टाफ मॉनिटरिंग भी करता है. साथ ही हमारे पास सेटेलाइट डेटा भी आता है. सबको एनालिसिस करने में टाइम लगता है. इसके साथ ही जेवी रेड्डी ने बताया कि अब हम पूरा एनालिसिस कर रहे है कि 82 किलोमीटर में 2 टाइगर्स हैं. एक मेल है और एक फीमेल है और जो यह बाघिन को चोट लगा है तो इसको मारने के लिये 2 जानवर क्षमता रखते हैं.
उन्होंने कहा कि जिस तरह बाघिन को गहरी चोट पहुंचा गई है. मुझे यह लगता है कि बाघ ने ही ऐसा किया है, लेकिन मुझे यह कन्फर्म करना होगा कि MT-2 कहां थी और क्या लोकेशन उसकी रही. उन्होंने कहा कि बाघिन के मरने के बाद एक शावक को सोमवार को ट्रेस कर लिया गया था, लेकिन अभी भी एक शावक नहीं मिला है. उसके लिये विभाग के 4 टीमों के साथ लगभग 150 कर्मचारी लगे हैं. साथ ही घायल शावक को इलाज के लिये कोटा भेजा गया है.