कोटा.जिले में एक और कोचिंग छात्र के सुसाइड का मामला सामने आया है. छात्र भीलवाड़ा जिले का रहने वाला था और कोटा के इंद्र विहार में रहकर मेडिकल एंट्रेंस की तैयारी निजी कोचिंग से कर रहा था. वहीं छात्र की आत्महत्या के बाद कोटा पहुंचे परिजनों ने कोचिंग संस्थान पर गंभीर आरोप लगाया है.
कोटा में मेडिकल छात्र ने लगाई फांसी साथ ही उनका कहना है कि बच्चा 1 महीने से कोचिंग नहीं जा रहा था और उसका कार्ड दोस्त पंच कर रहा था. इसके बावजूद कोचिंग संस्थान को यह जानकारी नहीं लगी. जवाहर नगर थाना पुलिस ने छात्र के शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है. यह 4 दिन में आत्महत्या का दूसरा मामला है.
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जानकारी के अनुसार भीलवाड़ा के निवासी रोहित सुवालका कोटा के निजी कोचिंग संस्थान से मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रहा था. वह इंद्र विहार में एक मकान में किराए से रह रहा था. गुरुवार रात करीब साढे आठ बजे रोहित ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी. इसका पता जब मकान मालिक को चला तो उन्होंने जवाहर नगर थाना पुलिस को सूचना दी. पुलिस मौके पर पहुंची और मृतक के शव को एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में शिफ्ट करवाया. साथ ही परिजनों को भी सूचना दी.
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पुलिस ने मृतक रोहित शव का पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू की. इस दौरान मीडिया से बातचीत में उसके पिता ने कहा कि 10 तारीख को रोहित से बात हुई थी और उसका पढ़ाई में मन नहीं लगने के कारण उसे वापस आने के लिए भी कहा था. साथ ही परिजनों ने यह भी आरोप लगाया है कि रोहित पिछले एक माह से कोचिंग नहीं जा रहा था और अपने दोस्त के जरिए कार्ड को पंच करवा रहा था. कोचिंग संस्थान को इतनी बड़ी घटना की जानकारी भी नहीं मिली. परिजनों का कहना है कि कोचिंग संस्थान को इस तरफ ध्यान देना चाहिए, ताकि आगे से ऐसी घटना न हो.