कोटा.मोदी 2.0 को 100 दिन पूरे हो रहे हैं. महंगाई का मुद्दा मोदी ने सत्ता में आने के पहले काफी जोर-शोर से उठाया था. ऐसे में हमने कोटा की महिलाओं से बात इस बारे में कि क्या मोदी राज में महंगाई कम है या ज्यादा. सबने एक स्वर में कहा है कि महंगाई थमने का नाम ही नहीं ले रही है. आमदनी स्थिर है और खर्चा ज्यादा होने लगा है. ऐसे में घर का बजट गड़बड़ा गया है.
कोटा की महिलाओं से ईटीवी भारत की खास बातचीत कोटा के गृहणी इंदु जैन का कहना है कि मोदी राज में महंगाई थमने का नाम ही नहीं ले रही है. जैसा पहले की सरकारों में महंगाई लगातार बढ़ रही थी. उसी क्रम में इस सरकार में भी महंगाई बढ़ रही है. अभी कुछ दिनों की बात है. टमाटर जहां 20 रुपए किलो मिल रहा था. अब उसका दाम 40 से 45 रुपए किलो हो गया है. सोने चांदी से लेकर घर की हर जरूरत का सामान महंगा हो गया है.
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इसी तरह से ग्रहणी मीनाक्षी का कहना है कि महंगाई दिनों-दिन बढ़ रही है और आमदनी नहीं बढ़ पा रही है. पेट्रोल, घरेलू गैस से लेकर बिजली और अन्य जरूरी सामान महंगे हो गए हैं. इनके चलते बजट पूरी तरह से गड़बड़या हुआ है. हालांकि इससे परे कोटा की एक गृहणी प्रिया शर्मा का कहना है कि महंगाई तो सरकारों में बढ़ती ही है. लेकिन इस सरकार ने आर्टिकल 370 हटाकर ऐतिहासिक कार्य किया है. वहीं मुस्लिम महिलाओं के लिए तीन तलाक कानून लाकर उन्हें संबल दिया है.
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एक अन्य महिला मीनू का कहना है कि महिलाएं पहले घर खर्च में से कुछ रुपया बचाकर बचत कर लेती थी. जिनका उपयोग सोना अन्य जरूरत के सामान खरीदने में करती थी, लेकिन महंगाई होने से अब महिलाओं की बचत बंद हो गई है. वहीं कुछ बचत हो भी जाती है तो सोना इतना महंगा हो गया है कि वह खरीद नहीं पाती है. दादाबाड़ी क्षेत्र की ग्रहणी प्रिया सैनी का कहना है कि अनाज के दाम आसमान छू रहे हैं. पहले जहां गेहूं 12 रुपए किलो मिल जाता था. अब वह 24 से 25 रुपए किलो मिल रहा है. दालों के दाम भी 10 से 15 रुपए किलो बढ़ गए हैं.