सांगोद (कोटा).कनवास उपखण्ड में चारागाह अतिक्रमण मुक्त ग्राम अभियान, श्मसान भूमि अतिक्रमण हटाओं अभियान, स्कूल खेल मैदान अतिक्रमण मुक्त अभियान, रास्ता विवाद समझाइश से निस्तारण अभियान चलाये जा रहे हैं. जिसके तहत गुरुवार को एसडीएम राजेश डागा के नेतृत्व में ग्राम पीसाहेडा में 190 बीघा चारागाह भूमि पर किए गए अतिक्रमण को हटाया गया.
190 बीघा चारागाह भूमि से हटाया गया अतिक्रमण पूर्व से निर्धारित कार्यक्रम अनुसार उक्त चारागाह भूमि को अतिक्रमण मुक्त किया गया. मौके पर उक्त भूमि पर अतिक्रमियों द्वारा पत्थर कोट कर लगभग 110 से अधिक बाड़े बनाकर 50 सालों से अतिक्रमण कर रखा था. जिसको उपखण्ड प्रशासन द्वारा मौके पर हटाया गया और साथ ही चारागाह भूमि पर पड़े पत्थरों को अन्यत्र स्थान ले जाने के लिए अतिक्रमियों द्वारा समय की मांग की गई. जिसे ग्राम पंचायत द्वारा उचित समझते हुए 4 दिन का समय दिसा गया.
पढ़ेंःकोटा नगर निगम की लापरवाही, खतरे में गोवंश की जान
साथ ही हिदायत भी दी गई है कि यदि निर्धारित समय में चारागाह भूमि से पत्थरों को अन्यत्र स्थान पर स्थानांतरित नहीं किया जाता है तो प्रशासन द्वारा पत्थरों को जब्त कर पंचायत के कब्जे में लिया जायेगा. मौके पर उनके सहयोग में श्री रामेश्वर परिहार पुलिस उपाधिक्षक सांगोद मय पुलिस जाप्ता, कार्यवाहक तहसीलदार सुरेन्द्र शर्मा, सरपंच मोतीलाल मीना, भू. अभि. निरीक्षक रमेश वर्मा, ग्राम विकास अधिकारी रमेश सुमन पटवारी कन्हैयालाल साथ थे.
कनवास एसडीएम राजेश डागा द्वारा बताया कि भविष्य में बार-बार सीमांकन की आवश्यकता न हो इस हेतु उन्होने ग्राम पंचायत को निर्देश दिए कि उक्त अतिक्रमण मुक्त चारागाह भूमि पर पत्थरों की कोट कर, पीलर्स नबंर लिखे जाने के साथ-साथ ग्राम पंचायत चारागाह बोर्ड लगाये जाए. साथ ही मनरेगा के तहत ट्रेचिंग खुदाई का कार्य किया जाए.
पढ़ेंःकंवरसेन लिफ्ट परियोजना से सिंचाई पानी रेगुलेशन से देने की मांग को लेकर किसानों का धरना
चारागाह मैनेजमेंट के लिए गांव के लोगों की एक कमेटी भी बनाई जाए और तत्पश्चात जनसहयोग के माध्यम से फलदार वृक्ष, घास लगाई जाए. उसमें आवारा पशुओं को छोड़ा जाए. इस प्रकार कनवास एसडीएम राजेश डागा द्वारा उक्त अभियात के तहत कनवास उपखण्ड में अब तक 730 बीघा चारागाह भूमि अतिक्रमण मुक्त किया जा चुका है.