कोटा. राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय में बुधवार को इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रैजुएट स्टूडेंट्स के लिए रोजगार मेला आयोजित हुआ. हालांकि इस मेले में सम्मिलित होने पहुंचे अभ्यर्थी संतुष्ट नहीं थे. अभ्यर्थियों का कहना है कि बीटेक और एमटेक डिग्री होल्डर स्टूडेंट्स के लायक इस मेले में ज्यादा रोजगार नहीं दिखा. इसके साथ ही पैकेज भी 10 से 15 हजार रुपए के आसपास था, इसमें भी कुछ कंपनियां कोटा से बाहर जॉब दे रही थी.
अभ्यर्थियों ने कहा कि पहले यहां केवल रिज्यूम लिया गया और इंटरव्यू सेशन बाद में आयोजित होगा. साथ ही अभ्यर्थियों का कहना था कि उन्हें वॉशर मैन, सिक्योरिटी गार्ड, पियोन व टेलीकॉलर की जॉब दे रहे हैं. हाड़ौती संभाग के चारों जिले बारां, बूंदी, झालावाड़ और कोटा के लिए बीटेक एमटेक एमबीए एमसीए पासआउट विद्यार्थियों के लिए यह मेला आयोजित किया गया था.
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मेले के उद्घाटन में आरटीओआरटीयू के वीसी प्रो. एसके सिंह, डीन फैकल्टी अफेयर्स प्रोफेसर एके द्विवेदी व विशेष अतिथि श्रीराम इंडस्ट्रीज सीईओ वीके जेटली थे. कार्यक्रम के संयोजक व चेयरमैन ट्रेंनिंग एंड प्लेसमेंट मनीष चतुर्वेदी ने बताया कि आने वाले 3 मेलों में प्लेसमेंट सेल आरटीयू कोटा का प्रयास अधिक से अधिक कंपनियां बुलाने का है.
दावा 15 कंपनियां पहुंची, 1 बजे तक केवल 8 कंपनियां थीःआरटीयू प्रबंधन कहना है कि रोजगार मेले में कोचिंग सेक्टर से मोशन एजुकेशन व ई-सरल, आईटी सेक्टर से वीकनेक्ट सॉफ्ट, आईएसएल वायर लेस, विबेसियस, इंडस्ट्रियल सेक्टर से एनालाइजर इंस्ट्रूमेंट्स पहुंची है. इसी प्रकार मान इंडस्ट्रीज, अग्नि ट्रांसमिशन इंडिया, मार्केटिंग सेक्टर से एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस, पार्थ कंसल्टेंट, शुभ प्लेसमेंट, मेकलिन व ऑटोमोबाइल सेक्टर से भाटिया एंड कंपनी की उपस्थिति का दावा कर रही है. हालांकि मेले में दोपहर 1 बजे तक केवल 8 स्टॉल ही संचालित हो रही थी, जबकि सात स्टॉल खाली थी. इस दौरान अधिकांश अभ्यर्थी मेले को देखकर वापस लौट गए. इस मेले में प्रौद्योगिकी विशेषज्ञों का व्याख्यान, करियर गाइडेंस, स्किल डेवलपमेंट, एचआर मीट व स्टार्टअप एक्सपो आयोजित होना था, लेकिन वह भी नहीं हुआ.
स्टूडेंट्स बोले हम नहीं है संतुष्ट, अच्छी कंपनियों को बुला सकते थेः सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक कर चुके कुलदीप कुमार का कहना है कि यहां पर कंपनियां काफी छोटी थी, सैलरी पैकेज भी काफी कम था. यह कंपनी सभी लोकल हैं या फिर कम पैकेज में बाहर ले जाएगी. उन्होंने कहा कि वह बिलकुल भी संतुष्ट नहीं हैं.
यहां इलेक्ट्रिकल व इंस्ट्रूमेंटेशन से जुड़ी कंपनियां मौजूद हैं. वैसे भी बीटेक पासआउट स्टूडेंट को यहां पर गार्ड और पियोन की जॉब दी जा रही है, डिस्क्रिप्शन में यही दिया हुआ है. इसी तरह से वैभव गोयल का कहना है कि उन्होंने कंप्यूटर साइंस ब्रांच में बीटेक किया है, लेकिन उनके मुताबिक एक या दो कंपनियां ही जॉब देख रही थी. हालांकि राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय में अच्छी कंपनी रोजगार मेले में आ सकती थी, ऐसी कंपनियों का यहां पर अभाव था. मैकेनिकल और इलेक्ट्रिकल ब्रांच के पासआउट अभ्यर्थियों के लिए तीन चार कंपनियां थी. दूसरी तरफ, सिविल, इलेक्ट्रॉनिक्स और कंप्यूटर साइंस के लिए कंपनियां कम थी, यहां तक की टेलीकॉलर और कंसलटेंसी के काम के लिए रोजगार मिल रहा है.
कार्यक्रम के संयोजक मनीष चतुर्वेदी से सीधी बात :
सवाल : मेले में कितने बच्चों को मिला रोजगार?