कोटा.सूबे का दो बार हाड़ौती के जरिए नेतृत्व कर चुकी पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया अपनी देव दर्शन यात्रा के जरिए जन्मदिन के पहले राजनीतिक संदेश देना चाह रही हैं. बीते साल जहां पर बूंदी जिले में केशोरायपाटन में भगवान केशवराय के मंदिर में देव दर्शन कार्यक्रम आयोजित किया था. वहीं इस बार चूरू जिले के सालासर बालाजी धाम पर देव दर्शन कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है. जिसको लेकर हाड़ौती में वसुंधरा के समर्थक नेता कमर कसकर तैयार हो गए हैं.
इस कार्यकम के लिए अलग-अलग बैठकें की जा रही हैं. हालांकि राजस्थान भाजपा व जिला संगठन और कुछ विधायकों ने इससे दूरी बनाए हुए हैं. इन बैठकों में केवल वसुंधरा के करीबी नेता ही शामिल हो रहे हैं. साथ ही वहीं लोगों को बड़ी संख्या में हाड़ौती से सालासर ले जाने की तैयारी भी कर रहे हैं. वसुंधरा के करीबी नेताओं में पूर्व विधायक भवानी सिंह राजावत, पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल व पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष प्रहलाद पंवार शामिल है. इसी तरह से झालावाड़ जिले से ही आने वाले पूर्व आरपीएससी के चेयरमैन श्याम शर्मा भी अलग-अलग जिलों में जाकर बैठक कर रहे हैं. साथ ही बारां जिले का भी संगठन वसुंधरा राजे सिंधिया के काफी करीबी है. ऐसे में वहां से भी बड़ी संख्या में लोग शामिल होंगे.
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हाड़ौती से 7 भाजपा विधायकों के शामिल होने की उम्मीद: हाड़ौती संभाग की 17 सीटों में 10 पर बीजेपी के विधायक काबीज हैं. ऐसे में 7 के वसुंधरा राजे सिंधिया के जन्मदिन में शामिल होने की उम्मीद है. झालावाड़ जिले के चारों विधायकों में झालरापाटन से वसुंधरा राजे स्वयं भी शामिल हैं. उनके अलावा खानपुर से नरेंद्र नागर, मनोहर थाना से गोविंद प्रसाद रानीपुरिया और डग से कालूराम मेघवाल शामिल हैं. इसी तरह से बारां जिले से एक एमएलए छबड़ा सीट से प्रताप सिंह सिंघवी वसुंधरा के करीबी खेमे में हैं. कई बार वसुंधरा राजे सिंधिया के समर्थन में बयानबाजी भी कर चुके हैं.