कोटा.राजस्थान में राजनीतिक दल प्रत्येक सीट पर चुनावी समीकरण बैठाने की जुगत में हैं. एक-एक वोट पाने के लिए नेता मशक्कत कर रहे हैं. मतदाताओं के पैर पकड़ने से लेकर उन्हें रिझाने की हर संभव कोशिश की जा रही है. हर मतदाता को मनाने और अपने पक्ष में मतदान कराने के लिए रणनीतियां तैयार हो रही हैं. इसी बीच ईटीवी भारत ने बीते तीन चुनाव के आंकड़ों के आधार पर राजस्थान के सियासी समीकरण का आकलन किया, जिसमें पाया गया कि यहां एक वोट से भी हार-जीत के फैसले हुए हैं.
विधानसभा के मौजूदा अध्यक्ष सीपी जोशी महज एक वोट के अंतर से चुनाव हार गए थे और भाजपा प्रत्याशी कल्याण सिंह चौहान तब चुनाव जीते थे. हालांकि, तब कई बार रिकाउंटिंग भी हुई थी. वहीं, बीते 15 सालों में सबसे बड़ी जीत कैलाश मेघवाल की हुई, जिन्होंने भीलवाड़ा की शाहपुरा सीट से 74542 वोटों से जीत दर्ज की थी.
चंद वोटों के मार्जिन से जीते चुनाव :नजदीकी मुकाबले में चुनाव जीतने वालों की बात करें तो भाजपा नेता कल्याण सिंह चौहान महज एक वोट के अंतर से चुनाव जीते थे. उन्होंने 2008 में कांग्रेस के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी को शिकस्त दी थी. इसके अलावा गोविंद सिंह डोटासरा 2008 में लक्ष्मणगढ़ से निर्दलीय प्रत्याशी दिनेश जोशी से 34 वोटों से चुनाव जीते थे. इसी क्रम में नसीराबाद से कांग्रेस के महेंद्र सिंह ने पूर्व केंद्रीय मंत्री सांवरलाल जाट को 71 वोटों से हराया था. वहीं, जयपुर की चौमूं विधानसभा सीट से भगवान लाल सैनी ने रामलाल शर्मा को 135 वोटों से शिकस्त दी थी तो भीलवाड़ा की आसींद सीट से 2018 में जब्बर सिंह ने कांग्रेस के मनीष मेवाड़ा को 154 वोटों से पराजित किया था.
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कैलाश मेघवाल व पीआर मीणा के नाम बड़ी जीत का रिकॉर्ड :बीते 15 सालों में राजस्थान में सबसे बड़ी जीत का सेहरा भाजपा से निलंबित पूर्व विधानसभा अध्यक्ष कैलाश चंद्र मेघवाल के नाम है. उन्होंने 2018 के चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी महावीर प्रसाद को भीलवाड़ा की शाहपुरा सीट से 74542 वोटों चुनाव हराया था. वहीं, इस सूची में अगला नाम कांग्रेस के पृथ्वीराज मीणा का है, जिन्होंने 2018 के चुनाव में टोडाभीम सीट से भाजपा प्रत्याशी रमेशचंद को 73126 वोटों से पराजित किया था. वहीं, घनश्याम तिवाड़ी ने साल 2013 में कांग्रेस प्रत्याशी संजय बाफना को 65350 वोटों से जयपुर की सांगानेर सीट से हराया था तो भाजपा के ही बनवारी लाल सिंघल ने अलवर शहर सीट से कांग्रेस प्रत्याशी नरेंद्र शर्मा को 62229 वोट से मात दी थी. पांचवीं बड़ी जीत का सेहरा बारां जिले की छबड़ा सीट से 2013 में चुने गए प्रताप सिंह सिंघवी के नाम है. उन्होंने नेशनल पीपुल्स पार्टी के प्रत्याशी मानसिंह धनोरिया को 61835 वोटों से चुनाव हराया था. इसके अलावा बड़े अंतर से जीतने वाले कैंडिडेट में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट, मंत्री उदयलाल आंजना और विधायक सिद्धि कुमारी शामिल हैं.