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मशहूर गायक गुरु रंधावा के कार्यक्रम में जुटी ऐतिहासिक भीड़

मशहूर गायक गुरु रंधावा के भारत में जितने भी शो हुए हैं, उसमें सबसे ज्यादा भीड़ कोटा में देखने को मिली. बता दें कि एक लाख से अधिक लोग रंधावा के गानों पर एक साथ झूमे. कोटा में दशहरा मेला में पंजाबी नाइट के कार्यक्रम में गुरु रंधावा ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट डाल कर लिखा कि कोटा, राजस्थान का ग्रेट शहर है. जिसमें जितने भी अभी तक शो हुए है.

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Published : Oct 23, 2019, 2:50 PM IST

Published : Oct 23, 2019, 2:50 PM IST

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कोटा. पंजाबी गायक गुरु रंधावा ने मंगलवार रात कोटा में अपनी आवाज का जादू बिखेरा, अपने गानों से रंधावा ने युवाओं को थिरकने में झूमने पर मजबूर कर दिया. जोश में युवा कई बार मंच के निकट पहुंच गए. और उनके साथ नाचने लगे दर्शकों को रोकने के लिए पुलिस को खासी मशक्कत करनी पड़ी. बीच में कई बार कार्यक्रम रोककर डीएसपी संजय शर्मा और महापौर महेश विजय ने जनता को शांत करने की अपील की.

रंधावा के जितने भी स्टेज शो भारत में किए हैं, उनमें सबसे ज्यादा भीड़ कोटा में जुटी. 126वें राष्ट्रीय दशहरे मेले में पंजाबी नाइट कार्यक्रम में गुरु रंधावा को बुलाया गया. जहां शहर के लोगों का उत्साह दिख रहा था. रंधावा को सुनने के लिए शाम 7:00 बजे से ही दशहरे मैदान में भीड़ आनी शुरू हो गई. रंधावा ने भी किसी को निराश नहीं किया. और 'हाय रे हाय नखरा तेरा नी' सुनाते हुए मंच पर एंट्री ली. उनका भी दर्शकों ने गर्मजोशी से स्वागत किया. रंधावा की अपील पर पूरे मैदान में मोबाइल की फ्लैश चमकने लगे.

गुरु रंधावा ने बनाया कोटा की शाम को स्पेशल

इसके बाद उन्होंने एक के बाद एक पंजाबी और हिंदी गाने सुनाएं. इस दौरान दर्शक दीर्घा में लोग नाचते झूमते रहे और जैसे ही रंधावा मंच के कॉर्नर पर आते दर्शक उनके साथ सेल्फी लेने के लिए मंच तक पहुंच जाते. ऐसे में व्यवस्था बार-बार बिगड़ती रही. पुलिस को बार-बार लोगों को बैठाने के लिए मशक्कत करनी पड़ी. लोगों का कहना है कि यह कार्यक्रम पूरे दशहरे मेले में बहुत अच्छा रहा. और वहीं कहां कि ऐसे कार्यक्रम होते रहने चाहिए.

नगर निगम के राजस्व विभाग के चेयरमैन महेश गौतम का कहना है कि गुरु रंधावा का कार्यक्रम एक ऐतिहासिक कार्यक्रम रहा. और इसमें अपार जनसमूह एकत्रित रहा जिसमें लोगों ने रंधावा के गानों पर खूब आनंद लिया. यह भी कहां कि इतनी अपार जनता के बीच इस कार्यक्रम में किसी प्रकार की कोई अनहोनी घटना नहीं हुई. यह एक सफल कार्यक्रम कोटा के इतिहास में रहा मेला समिति के चेयरमैन राम मोहन मिश्रा का कहना है, गुरु रंधावा को दशहरे मेले में लाने के लिए गत 2 वर्षों से प्रयास चल रहे थे.

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अब जाकर यह इच्छा पूरी हुई. उन्होंने कहां कि गुरु रंधावा जो युवाओं के दिल की धड़कन है. और कोटा की जनता को यह दिखा दिया, कि वह कैसा कलाकार है. अजय जनता ने युवाओं ने बच्चों ने भरपूर आनंद लिया. यह कार्यक्रम मेला समिति का कार्यक्रम में जो सफल रहा. उनका कहना था कि मेला समिति सीने संध्या का भी कार्यक्रम इसी प्रकार करवाना चाहते थे.

लेकिन कोटा की जनता की भावना को देखते हुए बाढ़ पीड़ितों के लिए इस कार्यक्रम को रद्द किया गया. इसके साथ ही गुरु रंधावा ने इंस्टाग्राम में पोस्ट डाल कर कोटा की जनता को धन्यवाद दिया. और बताया कि अभी तक के जितने भी शो हुए है. उसमें सबसे ज्यादा कोटा का शो जहां पर 1. 25 लाख लोगों ने इस कार्यक्रम को सफल बनाया कोटा के इतिहास का यह पहला इतना बड़ा आयोजन रहा.

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