कोटा. शहर में लाखों रुपए की धोखाधड़ी (fraud in Kota) का मामला सामने आया है. आरोपी प्रॉपर्टी डीलर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर प्लॉट के फर्जी डॉक्यूमेंट तैयार करके प्लॉट को अपने साथी के नाम कर कर दिया. इसके जरिए वह करीब 36 लाख रुपए हड़पना चाह रहा था (Fraud arrested in Kota).
बोरखेड़ा थाना अधिकारी महेंद्र मीणा ने बताया कि तलवंडी निवासी डॉ. आर.के शर्मा ने एफआईआर दर्ज करवाई थी. इसमें बताया था कि उनके पुत्र मनीष ने सिमको फैक्ट्री के पीछे पार्वती विहार में प्लॉट खरीदा था. इस पर मकान भी बनाया हुआ है. जिसका एक फर्जी इकरारनामा प्रॉपर्टी डीलर मशरूर हसन ने बना लिया. जिसमें उसके फर्जी हस्ताक्षर कर लिए हैं (Plot grabbed with fake paper Kota).
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पीड़ित ने बताया कि फर्जी इकरारनामा के जरिए वह पार्वती विहार के भूखंड को विवादित कर और आसिफ के साथ मिलकर 36 लाख रुपए को हड़पना चाहता है. आरोप है कि मशरूर हसन व उसके साथियों ने उसकी आईडी व भूखंड की जानकारी भी फर्जी तरीके से प्राप्त की है. इस मामले में पुलिस की पड़ताल में सामने आया कि आरोपी मशरूर हसन प्रॉपर्टी का व्यवसाय करता है. उनके साथियों के साथ मिलकर ही पार्वती विहार कॉलोनी को काटा था.
इसलिए मशरूर हसन को पूरी जानकारी थी. जब डॉ. आरके शर्मा के प्लाट के दस्तावेज गुम हो गए, तो मशरूर हसन ने उनके प्लॉट को ही हड़पने की योजना बनाई और अपने साथी नज्मूतारीक व मोहम्मद आसिफ को इसमें मिला लिया. आरोपियों ने फर्जी दस्तावेज प्लॉट के तैयार किए. जिसमें नज्मूतारीक और मोहम्मद आसिफ के नाम पर यह भूखण्ड कर दिया. पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों से पूछताछ जारी है.