कोटा. हाड़ौती विकास मोर्चा ने रेल रोककर प्रदर्शन करने की घोषणा की थी. इस कड़ी में मंगलवार को कांग्रेस समर्थित हाड़ौती विकास मोर्चा के कार्यकर्ता नटराज सिनेमा से रैली के रूप में प्रदर्शन करते हुए रेलवे जंक्शन के बाहर पहुंचे. कार्यकर्ताओं ने रेलवे स्टेशन परिसर में जबरन घुसने का प्रयास किया. जिसके बाद पुलिस ने राजेंद्र सांखला सहित 100 से अधिक कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया है.
प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ता गिरफ्तार कांग्रेस समर्थित हाड़ौती विकास मोर्चा ने बढ़ते हुए पेट्रोल-डीजल के दामों के विरोध में रेल रोककर प्रदर्शन करने की घोषणा की थी. इसके लिए कार्यकर्ता नटराज सिनेमा के बाहर एकत्रित हुए. यहां से रैली के रूप में प्रदर्शन करते हुए रेलवे जंक्शन के बाहर पहुंचे. कार्यकर्ताओं ने हाथ में कांग्रेस के झंडे लिए थे और साथ ही नारेबाजी कर रहे थे. इन कार्यकर्ताओं ने रेलवे स्टेशन परिसर में जबरन घुसने का प्रवेश किया लेकिन मुख्य द्वार के पहले ही पुलिस के कार्यकर्ताओं से झड़प हो गई. जिसके बाद पुलिस ने कार्यकर्ताओं को रेलवे स्टेशन में प्रवेश नहीं करने दिया.
प्रदर्शन के दौरान नहीं रखी गई सोशल डिस्टेंसिंग यह भी पढ़ें.राजस्थान में जुलाई में खुल सकता है राजनीतिक नियुक्तियों का पिटारा
इस दौरान कार्यकर्ता और पुलिस के बीच काफी धक्का-मुक्की भी हुई. जिसके बाद पुलिस ने कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया और बसों में भरकर उन्हें ले गई. प्रदर्शन को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बल भी रेलवे ने मांग की थी, जो मौके पर तैनात थी. इसके अलावा रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स के जवान भी मुख्य द्वार के बाहर तैनात किए गए थे. साथ ही पहले से घोषित रेल रोकने के कार्यक्रम के चलते कोटा शहर के अन्य भी स्टेशन सोगरिया, डकनिया और प्लेटफार्म नंबर चार के बाहर भी बड़ी मात्रा में पुलिस बल तैनात किया गया.
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प्रदर्शन करने पहुंचे हाड़ौती विकास मोर्चा के संभाग अध्यक्ष राजेंद्र सांखला का कहना है कि केंद्र सरकार लगातार पेट्रोल-डीजल के दामों को बढ़ा रही है, जबकि लॉकडाउन के चलते लोगों की आर्थिक स्थिति पहले से ही खराब है.
वहीं, पुलिस उप अधीक्षक द्वितीय भगवंत सिंह हिंगड़ ने कहा कि कार्यकर्ताओं ने जबरन रेलवे जंक्शन में घुसने का प्रयास किया था, लेकिन उन्हें रोका गया है. विरोध बढ़ने पर कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया और पहले से ही इसके लिए बसें मंगा कर रखी थी. जिनमें बैठा कर उन्हें भेज दिया है. इन सभी कार्यकर्ताओं के खिलाफ 129 सीआरपीसी के तहत कार्रवाई की जाएगी. प्रदर्शन के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग नजर नहीं आई.