सांगोद (कोटा). क्षेत्र में शुक्रवार को राजस्थान पटवार संघ से जुड़े पटवारियों ने कार्य बहिष्कार की चेतावनी देते निम्न मांगो को लेकर सांगोद तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में पटवारियों ने शनिवार से अतिरिक्त हल्को का कार्य नहीं करने की चेतावनी दी है.
ज्ञापन में पटवारियों ने कहा कि पटवारी प्रशासन की सबसे महत्त्वपूर्ण और अंतिम कड़ी हैं. सरकार की सभी योजनाओं को धरातल पर लागू करने में पटवारी अपनी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता हैं. पटवारी एक अल्प वेतनभोगी कर्मचारी हैं और राजस्थान पटवार संघ वेतन सुधार हेतु वर्षों से अपनी बात विभिन्न स्तरों पर विभिन्न माध्यमों से सरकार तक पहुंचाता रहा हैं.
सरकार और राजस्थान पटवार संघ के मध्य अनेक बार इस संबंध में समझौते भी हुए है. गत समझौता 28 अप्रेल, 2018 को मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हो चुका हैं, लेकिन आज तक वेतन सुधार के संबंध में कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई है. राजस्थान पटवार संघ गत एक वर्ष से लगातार ज्ञापनों के माध्यम से अपनी बात सरकार तक पहुंचा रहा हैं.
राजस्थान पटवार संघ ने ज्ञापन में बताया कि वो निम्न मांगों को लेकर संघर्षरत है
1. पटवारी की वेतन विसंगति और वेतन सुधार हेतु पूर्व में हुए समझौतों और पटवारी के कार्य की बहु-आयामी राजस्व, प्रशासनिक और तकनीकी प्रकृति के मध्यनजर ग्रेड पे 3600 (पे लेवल-10) करते हुए पटवारी पद को तकनीकी अधिसूचित किया जाए.