कोटा. जयपुर में श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी. इस मामले में पुलिस ने शूटर्स को भी गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस अब गहन पड़ताल में जुटी है. इस वारदात में हथियार सप्लायर के रूप में महेंद्र मेघवाल उर्फ समीर की तलाश जारी है, जिसका संबंध कोटा से होना सामने आया है.
पुलिस के मुताबिक महेंद्र कोटा के गुमानपुरा थाना क्षेत्र का निवासी है. थाने की हिस्ट्रीशीट की लिस्ट में उसका 40वें नंबर पर नाम भी है. मूल रूप से वह कोटा के छावनी नगर निगम कॉलोनी का रहने वाला है. उस पर अब तक 18 मुकदमें दर्ज हुए हैं. उसका परिवार भी कोटा में रहता है, लेकिन साल 2018 से ही वह परिजनों से मिलने घर नहीं आया. उसकी एक पत्नी संगीता भी कोटा में रहती है. दोनों ने लव मैरिज की थी, जबकि महेंद्र जयपुर अपनी दूसरी पत्नी पूजा सैनी के साथ रहता है. बता दें कि पूजा सैनी भी गोगामेड़ी हत्याकांड में महेंद्र के साथ ही पकड़ी गई है. पड़ताल में सामने आया है कि साल 2022 में पूजा और महेंद्र ने मंदिर में विवाह किया था. दोनों की मुलाकात भी 2018 में कोटा में ही हुई थी.
पढ़ें :गोगामेड़ी हत्याकांड: दोनों शूटर्स समेत अब तक 4 आरोपी गिरफ्तार, नवीन सिंह शेखावत भी था शूटर्स का सहयोगी
जयपुर पुलिस को दी गई रिपोर्ट :गुमानपुरा थाने के एसएचओ भूपेंद्र सिंह का कहना है कि इस मामले में पूरी रिपोर्ट उन्होंने जयपुर पुलिस को सौंप दी है. महेंद्र साल 2018 के बाद से यहां नहीं आया. उसके खिलाफ 2011 में गुमानपुरा थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था. इसके बाद 2018 में भी उसको अनंतपुरा थाना पुलिस ने हथियार तस्करी के मामले में गिरफ्तार किया था, जिसके बाद उसकी जमानत हुई और वह कोटा छोड़कर चला गया. कोटा में उसके खिलाफ दर्ज मुकदमों में मारपीट, जानलेवा हमला, अवैध हथियार और अवैध शराब के प्रकरण है. उसके परिजनों के बताए अनुसार और मोबाइड डिटेल से यह स्पष्ट है कि वह 2018 के बाद कोटा नहीं आया.
पढ़ें :गोगामेड़ी हत्याकांड : वेपन पेडलर पूजा सैनी गिरफ्तार, शूटर नितिन फौजी को रुकवाने में की थी मदद, पति ने दिए थे हथियार
राजू ठेहठ की हत्या में भी था शामिल :कोटा में उसके घर पर उसकी पत्नी संगीता, पिता कजोड़, मां और दो भाई रहते हैं. पिता ऑटो चलाते हैं. यह बात भी सामने आई है कि वह लेडी डॉन पूजा सैनी के साथ मिलकर राजू ठेहठ की हत्या में भी हथियारों को सप्लाई कर चुका है. कोटा में भी वह हथियार तस्करी से जुड़ा हुआ था, बाद में उसका संपर्क लॉरेंस गैंग से हुआ.