कोटा. कांग्रेस विधायक भरत सिंह ने एक बार फिर खनन मंत्री प्रमोद जैन पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं. विधायक ने खनन मंत्री को भू-माफिया बताया है. भरत सिंह ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा है. खनन मंत्री भाया पर पद का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को हाल ही में लिखे पत्र में विधायक भरत सिंह ने यह भी लिखा है कि विधानसभा के प्रथम सत्र में राज्यपाल कल्याण सिंह ने अपने अभिभाषण में बारां के वन क्षेत्र सोरसन में गोडावण प्रजनन केंद्र शीघ्र आरंभ करने की बात कही थी लेकिन साल 2021-22 के आरंभ में भी शुरू नहीं हो सका है. उन्होंने पत्र में आरोप लगाया है कि बारां जिले के बलवान भू-माफिया के सामने सरकार कमजोर दिखाई दे रही है. खनन मंत्री ने पद का दुरुपयोग किया है. केंद्र सरकार के वन एवं पर्यावरण मंत्री को पत्र लिखा है. जिसमें गोडावण केंद्र को सोरसन में नहीं लगाने की बात लिखी है.
पढ़ें.राजस्थान उपचुनाव में प्रचार का शंखनाद करेंगे CM गहलोत, चुनावी सभाओं में Pilot के साथ को लेकर सस्पेंस
सांगोद से कांग्रेस विधायक भरत सिंह लगातार सोरसन अभ्यारण क्षेत्र में गोडावण प्रजनन केंद्र शुरू करने की मांग कर रहे हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को लिखे पत्र में भरत सिंह ने कहा है कि बारां जिले से आने वाले खनन मंत्री प्रमोद जैन भाया ने सोरसन में गोडावण प्रजनन केंद्र नहीं लगाने के बाद केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री को पत्र के जरिए लिखी है. सरकार का ही एक मंत्री बजट घोषणा को चुनौती दे रहा है. उन्होंने इस पत्र में बिना नाम लिखे खनन मंत्री प्रमोद जैन भाया को बलवान भू-माफिया बताया है.
भारतमाला एक्सप्रेस हाईवे निर्माण में लाभ उठाना चाहते हैं खनन मंत्री
भरत सिंह ने पत्र में लिखा है कि बारां जिले में भू-माफिया बड़ा बलवान है. भ्रष्टाचार का उच्च स्तर बारां में होता है. एक जिला कलेक्टर 9 महीने जेल में रहा है. इस बलवान भू-माफिया का गोडावण प्रजनन केंद्र का विरोध का मुख्य कारण सोरसन वन क्षेत्र में खनन और क्रेशर लगाकर भारतमाला एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट निर्माण का लाभ उठाना है. सोरसन के सुंदर ग्रासलैंड को सदा के लिए नष्ट करना चाहते हैं. खनन मंत्री ने अपने पद का दुरुपयोग कर खनन लीज का आवंटन इस क्षेत्र में करवा दिया.
इसके खिलाफ मैंने लगातार विधानसभा में आवाज उठाई गई. बारां जिले में भ्रष्ट व्यवस्था जीत रही है. जनता हार रही है. उन्होंने यह भी लिखा है कि बारां जिले में वन्य जीव सप्ताह के अंत होने पर धमाकेदार खनन कार्य आरंभ होगा. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को जयपुर में तो धमाके सुनाई नहीं देंगे, मगर वन्यजीवों का क्षेत्र में बसना अब असंभव हो जाएगा. भूमाफिया पर नियंत्रण किया जाए.