कोटा. शहर के उद्योग नगर थाना इलाके में एक क्रेन से लोहे का बंडल गिरने से इसके नीचे दबे नाबालिग की मौत सोमवार को हो गई थी. इस मामले में परिजनों ने पोस्टमार्टम के बाद भी मंगलवार तक नहीं उठाया. देर रात तक पुलिस और परिजनों के बीच समझाइश का क्रम जारी रहा, लेकिन परिजनों ने मुआवजे का आश्वासन नहीं मिलने के चलते डेड बॉडी को नहीं उठाया है. डेड बॉडी एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में ही रखी हुई है.
पुलिस ने देर रात क्रेन मालिक को भी मोर्चरी के बाहर बुलाया, लेकिन पीड़ित पक्ष और क्रेन मालिक दोनों के बीच मुआवजे को लेकर सहमति नहीं बनी. ऐसे में मृतक का शव को पोस्टमार्टम के बाद भी एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में ही रखा हुआ है. उद्योग नगर थाना अधिकारी मनोज सिकरवार ने बताया कि श्री राम नगर डीसीएम निवासी मृतक सुरजीत सिंह क्रेन पर खलासी का काम करता था.
पढ़ें:तालाब में डूबे व्यक्ति का नहीं उठाया शव, परिजनों ने पुलिस पर लगाए लापरवाही के आरोप
नाबालिग की उम्र 17 साल 6 माह बताई जा रही है. इस संबंध में जांच की जाएगी. उसकी मृत्यु के बाद संवेदक रामस्वरूप पारेता के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. परिजनों ने क्रेन मालिक के घर पर जाकर धमकी भी दी थी. इसके चलते अब वह आगे नहीं आ रहा है. परिजनों के आक्रोश के बाद उसे देर रात को 10:30 बजे मोर्चरी पर बुलाया था, लेकिन परिजनों से मुआवजे पर सहमति नहीं बनी है. ऐसे में ठेकेदार वापस लौट गया है.