कोटा. प्रदेश का सबसे लंबा ब्रिज का शिलान्यास शनिवार को कोटा जिले में पीपल्दा का विधायक रामनारायण मीणा ने किया. यह ब्रिज चंबल नदी पर झरेल के बालाजी के कैथूदा में नजदीक बनेगा. शिलान्यास समारोह में पीपल्दा के एमएलए रामनारायण मीणा का कहना है कि लाखों की आबादी को इसका फायदा मिलेगा. बारिश के समय में 4 महीने या रास्ता बंद रहता है. ऐसे में ब्रिज निर्माण के बाद चंबल नदी को पार कर लोग कोटा जिले से सवाईमाधोपुर जा सकेंगे.
सार्वजनिक निर्माण विभाग के इटावा के अधिशासी अभियंता मुकेश मीणा ने बताया कि इस ब्रिज का निर्माण का कॉन्ट्रैक्ट ज्योति बिल्डर एन्ड आरके जैन (जेबी) को करना है, जिसे तय समय से करवाया जाएगा, ताकि लोगों को बारिश के समय रास्ता बंद रहने की स्थाई समस्या से निजात मिले. कार्यक्रम में अध्यक्षता सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता राजेश कुमार सोनी ने की. आपको बता दें कि वर्तमान में प्रदेश का सबसे लंबा ब्रिज भी कोटा जिले में चंबल नदी पर ही बना हुआ है. यह 1562 मीटर लंबा ब्रिज कोटा जिले के गैंता व बूंदी जिले के माखीदा के बीच है.
लाखों लोगों को होगा फायदा:ब्रिज का सबसे ज्यादा फायदा बारां जिले के लोगों को मिलेगा. वह सीधे सवाईमाधोपुर से जुड़ जाएंगे. बारां के लोगों का कोटा होकर सवाईमाधोपुर जाना 200 किलोमीटर पड़ता है. यह पुलिया शुरू हो जाने के बाद 135 किलोमीटर की दूरी उन्हें तय करनी होगी. इसके साथ ही बारिश के 4 महीने में ज्यादातर लोग एमपी के श्योपुर होकर ही सवाईमाधोपुर जाते थे. इससे भी उन्हें निजात मिलेगी. खातोली से वर्तमान में कोटा आना करीब 100 किलोमीटर पड़ता है. ऐसे में इस ब्रिज का निर्माण हो जाने के चलते छोटे-मोटे काम के लिए सवाईमाधोपुर जाना ज्यादा पसंद करेंगे. यह दूरी महज 60 किमी है. ऐसे में इस इलाके के हजारों सवाईमाधोपुर जाना पसंद करेंगे.