कोटा.कोटा शहर के उद्योग नगर थाना इलाके में एक हेड कॉस्टेबल के खिलाफ प्लॉट हड़पने की नीयत से निर्माण गिराने का आरोप लगा है. इस संबंध में मुकदमा भी उद्योग नगर थाना पुलिस ने दर्ज कर लिया है. दर्ज FIR के अनुसार हेड कॉस्टेबल का एक वीडियो भी पीड़ित ने एसपी को दिखाया था. जिसमें वह मकान को तोड़ने की धमकी दे रहा था. इसके साथ ही हेड कॉस्टेबल पर बुलडोजर से मकान गिरा देने के आरोप भी लगे हैं.
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पीड़ित की पत्नी के नाम है भूखंडः मिली जानकारी के अनुसार शिक्षा विभाग से रिटायर्ड बाबू घासी लाल सुवालका ने पत्नी कांताबाई के नाम 2014 में एक भूखंड मानसरोवर एक्सटेंशन रायपुरा में खरीदा था. इस भूखंड पर उसका ही कब्जा है. पत्नी कांताबाई की मौत हो चुकी है. साथ ही इस भूखंड पर कब्जा जमाने के लिए हेड कॉस्टेबल महावीर पारेता कई बार आ चुका है. बाबू घासी लाल कुछ सालों तक वहां पर बनाए हुए पक्के निर्माण पर ही रह रहा था. तबीयत खराब होने के चलते वह कुछ दिनों से अपने बेटे-बहू के पास विज्ञान नगर थाना इलाके की संजय नगर उड़िया बस्ती में रहने लगा. इसी दौरान मौका मिलने पर हेड कॉस्टेबल महावीर पारेता और अन्य ने 18 अप्रैल को उसके निर्माणाधीन मकान को कब्जा करने की नीयत से जेसीबी से तोड़ दिया है.
SP के हस्तक्षेप से दर्ज हुई FIR SP के हस्तक्षेप से दर्ज हुई FIR मकान तोड़ने से हुआ काफी नुकसानः कॉस्टेबल की इस हरकत से उसे काफी नुकसान हुआ है. इस संबंध में उसने कोटा सिटी एसपी को एक परिवाद दिया था. जिसके बाद ही मुकदमा भी उद्योग नगर थाने में हेड कॉस्टेबल के खिलाफ दर्ज कर लिया गया है. वर्तमान में हेड कॉस्टेबल पुलिस उप अधीक्षक प्रथम के कार्यालय सीएडी सर्किल पर तैनात है. घासी लाल सुवालका ने आरोप लगाया है कि उसने 4 अप्रैल को भी थाने में इस संबंध में रिपोर्ट दी थी, लेकिन उस पर कोई सुनवाई नहीं हुई. इसके बाद पुलिसकर्मी महावीर पारेता, रमेश मेवाड़ा और अन्य भू माफियाओ ने जेसीबी से उसके पक्के निर्माण को गिरा दिया. ऐसे में उन्हें एसपी के समक्ष परिवाद देना पड़ा जिसके बाद मुकदमा दर्ज हुआ है.
SP के हस्तक्षेप से दर्ज हुई FIR क्या बोले अधिकारीःउद्योग नगर थाना अधिकारी मनोज सिकरवार का कहना है कि इस मामले में पहले हेड कॉस्टेबल महावीर पारेता की तरफ से घासी लाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था. इस मामले में आज हेड कॉस्टेबल महावीर पारेता के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया है.