कोटा. मेडिकल कॉलेज कोटा के जेकेलोन और एमबीएस अस्पताल में 70 करोड़ रुपए से दो नई बिल्डिंग का निर्माण कराया गया था. जिसमें एमबीएस अस्पताल की ओपीडी बिल्डिंग और जेके लोन अस्पताल में ओपीडी आईपीडी ब्लॉक का निर्माण शामिल है. दोनों ही निर्माण तुरंत करवाने की एवज में यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने नगर विकास न्यास को जिम्मा सौंपा था. हालांकि नगर विकास न्यास के कार्य का नमूना दोनों बिल्डिंगों में वर्तमान में देखा जा सकता है. पूरे निर्माण की पोल पानी का रिसाव खोल रहा है. एमबीएस अस्पताल में भी पानी बहकर आ रहा है. वहीं जेके लोन अस्पताल में फॉल सीलिंग से रिसाव हुआ. जिसके चलते मरीज, तीमारदार और स्टॉफ सभी परेशान हो रहा है.
इस साल ही मरीजों के लिए शुरू की गई है बिल्डिंगः जेके लोन और एमबीएस की दोनों नई बिल्डिंग इस साल ही शुरू की गई हैं. एमबीएस अस्पताल में मई माह में ही ओपीडी ब्लॉक को शिफ्ट किया गया है. जबकि जेके लोन अस्पताल में जनवरी महीने में ओपीडी और आईपीडी शिफ्ट हुए है. जेके लोन अस्पताल की बिल्डिंग का निर्माण बीते साल हो गया था. जबकि एमबीएस अस्पताल की बिल्डिंग का निर्माण इस साल ही हुआ था. ऐसे में निर्माण के पहले साल में ही पानी का रिस जाना, बिल्डिंग की निम्न क्वालिटी को दर्शा रहा है. वहीं मरीज के तीमारदार साजिद का कहना है कि घटिया निर्माण अस्पताल में हुआ है. इसी के चलते पानी जगह जगह जमा हो रहा है और रिसाव भी हो रहा है. इससे करंट का खतरा भी बना हुआ है. वहीं अन्य तीमारदार चेतन वर्मा का कहना है कि ठेकेदार और निर्माण करवाने वाले लोगों की गलती रही है.