कोटा. नीट यूजी 2022 के परिणाम के बाद मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (एमसीसी) ने एमबीबीएस, बीडीएस व बीएससी नर्सिंग काउंसलिंग में अच्छी रैंक वाले विद्यार्थियों को एडमिशन दिलवाया है. इसके बावजूद बड़ी संख्या में स्टूडेंट प्रवेश से वंचित रह गए हैं. इन सभी स्टूडेंट्स के रिफंड की प्रक्रिया अब शुरू कर दी गई है. इसके संबंध में मेडिकल काउंसलिंग कमिटी ने एक नोटिफिकेशन जारी किया है.
डिपॉजिट करने वाले खाते में आएगी वापसी की राशिः कोटा के एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि जारी किए गए नोटिफिकेशन के अनुसार सिक्योरिटी डिपॉजिट रिफंड किए जाने की प्रक्रिया मार्च 2023 के अंत तक पूरी हो जाएगी. इस रिफंड में सिक्योरिटी डिपॉजिट की राशि उसी बैंक अकाउंट में भेजी जाएगी, जिसके जरिए उसे डिपॉजिट किया गया था. ऐसी स्थिति में सभी विद्यार्थियों व अभिभावकों को निर्देशित किया जाता है कि संबंधित बैंक अकाउंट या कार्ड को चालू रखें. खाते में तय समय सीमा में रिफंड नहीं होने पर, स्टूडेंट्स को एक लंबी विधिक प्रक्रिया से गुजरना होगा. इस साल करीब डेढ़ लाख से अधिक विद्यार्थियों की राशि रिफंड किए जाने की संभावना है. देव शर्मा ने बताया कि करीब 75 हजार विद्यार्थीयों ने डीम्ड यूनिवर्सिटीज में प्रवेश के लिए काउंसलिंग प्रक्रिया में भाग लिया गया था, जिनकी 2 लाख रुपए की सिक्योरिटी राशि डिपॉजिट की गई थी. इसके अनुसार अप्लाई करने वाले विद्यार्थियों को कुल 1500 करोड़ रुपए का सिक्योरिटी डिपॉजिट रिफंड किया जाना है.
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