कोटा.रेलवे महाप्रबंधक के साथ कोटा मंडल क्षेत्र के सांसदों की बैठक आयोजित हुई. इस बैठक में 11 में से महज 4 सांसद ही पहुंचे. इन दौरान चारों सांसदों ने कोविड-19 के दौरान बंद हुई ट्रेनों को दोबारा संचालित करने की मांग उठाई. रेलवे महाप्रबंधक के साथ कोटा मंडल क्षेत्र के सांसदों की बैठक शुक्रवार को उम्मेद भवन पैलेस होटल में हुई. मथुरा की सांसद हेमा मालिनी बैठक में नहीं पहुंची. उन्होंने अपना प्रतिनिधि बैठक में भेजा.
सांसद ने ठुकराया अध्यक्षता का प्रस्ताव : जीएम एसके गुप्ता ने सांसद दुष्यंत सिंह को अध्यक्षता करने को कहा तो सांसद नाराज हो गए. दुष्यंत सिंह ने जीएम से कहा कि कोरोना काल में बंद की गई ट्रेनों को बहाल करने की मांग लंबे समय से हम लोग कर रहे हैं, लेकिन हमारी सुनवाई नहीं हो रही है. झालावाड़ और बारां की मांगों पर भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है. सांसद यहीं नहीं रुके. उन्होंने कहा कि आप के बुलावे पर हम लोग नहीं आए हैं. जनता ने हमें चुना है, इसलिए उनके मुद्दों को उठाने के लिए यहां पर आया हूं. उन्होंने कहा कि आम जनता को सुविधा देने के लिए कम आय वाले स्टेशनों पर भी स्टॉपेज शुरू होने चाहिए. रेलवे का उद्देश्य सिर्फ कमाना ही नहीं होना चाहिए, ग्रामीण क्षेत्र की जनता को सुविधा भी देनी चाहिए.
सुखबीर सिंह जौनपुरिया ने बताया कि प्रधानमंत्री और रेल मंत्री कहते हैं कि हर कार्य पर चर्चा की जानी चाहिए, लेकिन रेलवे में करोड़ों के काम स्वीकृत हो जाते हैं और हमें जानकारी नहीं दी जाती. उन्होंने कहा कि कार्यों के बारे में हमें जानकारी मिलेगी तो हम आम जनता तक बात पहुंचाएंगे. सांसदों के नहीं पहुंचने के सवाल पर जौनपुरिया ने कहा कि पार्टी के कई कार्यक्रम संचालित हो रहे हैं. शायद इसलिए सभी सांसदों नहीं आ पाए.
कोटा चित्तौड़गढ़ रेल खंड के दोहरीकरण करने की मांग:चित्तौड़गढ़ सांसद सीपी जोशी के प्रतिनिधि के रूप में विकास शर्मा पहुंचे थे. उन्होंने कोटा चित्तौड़गढ़ रेल खंड के दोहरीकरण की मांग रखी. साथ ही कोटा इटावा ट्रेन को चित्तौड़गढ़ तक बढ़ाने और दूसरी तरफ अयोध्या तक बढ़ाने की मांग रखी. हेमा मालिनी के प्रतिनिधि के रूप में पहुंचे संजय गोविल ने जाजमपट्टी और मुडेसी रामपुर स्टेशन पर फुट ओवरब्रिज बनाने की मांग रखी. साथ ही देहरादून एक्सप्रेस के ठहराव की मांग की.
डेमू ट्रेन में कोच बढ़ाने और जयपुर रतलाम ट्रेन को दोबारा चलाने की मांग: लोकसभा स्पीकर ओम बिरला के प्रतिनिधि के रूप में पहुंचे कोटा दक्षिण विधायक संदीप शर्मा ने कहा, डेमू ट्रेन में कोच बढ़ाने की मांग की है. उनका कहना है कि मेमू कोच में अप डाउनर काफी संख्या में यात्रा करते हैं, लेकिन भीड़भाड़ रहती है. उन्होंने कोटा नागदा मेमू ट्रेन का भी समय बदलने की मांग की. साथ ही कोरोना के चलते बंद हुई जयपुर कोटा रतलाम ट्रेन को दोबारा संचालित करने की मांग की.
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रेलवे के जीएम बोले- पूरा प्रयास करते हैं: जीएम एसके गुप्ता ने कहा कि जनप्रतिनिधि अपने इलाकों की अपेक्षाओं को मांग के जरिए रखते हैं. हम कोशिश करते हैं कि उनको किस तरह से पूरा किया जा सकता है. हम छोटी डिमांड अपने लेवल पर पूरी कर देते है, लेकिन बड़ी मांग के लिए रेलवे बोर्ड की स्वीकृति के लिए भेजते है. उन्होंने कहा कि ट्रेनों के ठहराव कोविड-19 के बाद बंद कर दिए थे. ऑल इंडिया लेवल पर टाइम टेबल रिव्यू होता है. जीरो बेस टाइम टेबल बनाया गया था, जहां पर जस्टिफाइड नहीं था, वहां स्टॉपेज बंद कर दिए. कुछ स्टेशन के लिए जहां जरूरी है, वहां भेज रहे हैं. निर्माण कार्यों की जानकारी नहीं देने के सवाल पर जीएम गुप्ता ने कहा कि हम लोग अपनी तरफ से पूरा प्रयास करते हैं.
बैठक के लिए 11 सांसदों को दिया गया था न्योता: रेलवे ने बैठक के लिए कोटा-बूंदी के सांसद ओम बिरला, बारां-झालावाड़ के दुष्यंत सिंह, चित्तौड़गढ़ के सीपी जोशी, भरतपुर की रंजना कोली, टोंक-सवाई माधोपुर के सुखवीर सिंह जौनपुरिया, उज्जैन के अनिल फिरोजिया, मथुरा की हेमा मालिनी, मंदसौर के सुधीर गुप्ता, करौली-धौलपुर के मनोज राजोरिया, राजगढ़ के रोडमल नागर और भीलवाड़ा के सांसद सुभाष चंद्र बहेडिया को आमंत्रित किया गया था. इसमें से बारां झालावाड़ सांसद दुष्यंत सिंह, भीलवाड़ा सांसद सुभाष महरिया, टोंक सवाई माधोपुर सांसद सुखबीर सिंह जौनपुरिया और मंदसौर सांसद सुधीर गुप्ता भी मीटिंग में शामिल होने पहुंचे थे. जबकि 2 सांसदों की जगह उनके प्रतिनिधि आए थे. जिनमें लोकसभा स्पीकर ओम बिरला की जगह विधायक संदीप शर्मा, चित्तौड़गढ़ के सांसद सीपी जोशी की जगह विकास शर्मा और हेमा मालिनी ने संजय गोविल को भेजा था.