कोटा.जिले के दीगोद थाना इलाके में एक किसान ने खुदकुशी कर ली. मृतक किसान के परिजनों ने बताया कि बारिश न होने से सोयाबीन की फसल को हो रहे नुकसान को देख किसान काफी परेशान था. ऐसे में उसने खुदकुशी कर ली. फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले की गहनता से जांच कर रही है. साथ ही किसान के शव को पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया गया.
पुलिस की ओर से बताया गया कि दीगोद थाना क्षेत्र के ककरावदा निवासी रामगोपाल लश्करी ने गुरुवार को खुदकुशी कर ली थी. घटना के दौरान परिवार का कोई भी शख्स मौके पर मौजूद नहीं था. वहीं, मृतक किसान का बेटा शुभम रक्षाबंधन पर अपने ससुराल गया था. शुभम ने बताया कि उसकी पत्नी का फोन आया कि पिताजी ने आत्महत्या कर ली है. इसके बाद अन्य परिजनों को भी फोन कर घटना की सूचना दी गई. मृतक के भतीजे कुंजबिहारी, संजय, चंद्रभान और दिनेश उसे एमबीएस अस्पताल लेकर गए. जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
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इसके बाद उसके शव को मॉर्चरी में रखवा दिया गया, जहां पोस्टमार्टम के बाद आज शुक्रवार को उसके परिजनों को शव सौंप दिया गया. हेड कांस्टेबल कमल सिंह ने कहा कि इस मामले की जांच की जा रही है. हालांकि, परिजनों ने फसल खराब होने की चिंता से किसान के आत्महत्या करने की बात कही है. इधर, मृतक के बेटे शुभम ने कहा कि उसके पास पांच बीघा जमीन है. बीते दो सालों से फसल ठीक नहीं हो रही थी. इस बार फसल अच्छी हो गई थी, लेकिन बीते 25 दिनों से बारिश नहीं हुई. इसके चलते फसल सूख रही थी. वहीं, पिता ने खेती के लिए लाखों रुपए का कर्ज ले रखा था. इसी वजह से उनके पिता काफी परेशान थे और आखिरकार उन्होंने ये कदम उठा लिया.
शुभम ने आगे बताया कि फसल में इल्ली (कीड़े) भी लग गए थे, जिसमें 10 से 12 हजार रुपए की दवा का छिड़काव किया गया था. इसके साथ ही बीज से लेकर निराई गुड़ाई में भी काफी पैसे खर्च हो चुके हैं. इस फसल से उसके पिता को काफी उम्मीद थी, लेकिन बारिश न होने से इन दिनों को काफी परेशान थे और इसी क्रम में उन्होंने यह कदम उठा लिया.