कोटा.भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने चलती ट्रेन में कार्रवाई करते हुए दिल्ली पुलिस की असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर को रिश्वत की राशि के साथ रंगे हाथों धर दबोचा है. महिला एएसआई ने परिवादी (आरोपी पक्ष) से दहेज प्रताड़ना के मामले में माता, पिता व अन्य परिजनों के नाम केस में से हटाने और केस को कमजोर करने की एवज में ये रिश्वत ली थी. इस मामले में महिला एएसआई स्वयं ही रिश्वत लेने के लिए दिल्ली से ही कोटा आयी थी. इसके साथ ही उसने परिवादी से ट्रेन चलने पर ही रिश्वत ली. एसीबी की टीम आरोपी को पकड़ने के लिए ट्रेन में सवार हो गई थी और चलती ट्रेन में ही कार्रवाई करते हुए एएसआई को दबोच लिया. इस केस के सिलसिले में पीड़ित पक्ष से 50 हजार की रिश्वत मांगी. इसके साथ ही 14 हजार एडवांस लिए थे और बाद में 20 हजार लेने पर सहमत हुई, जिसको पकड़ते ही एएसआई रंगे हाथों गिरफ्तार हुई. आरोपी एएसआई रेखा सिंह पत्नी परमेश कुमार मूलतः उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले की निवासी है.
ये है पूरा मामला : कोटा एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजय स्वर्णकार ने बताया कि 15 नवंबर 2022 को कोटा के गणेश नगर निवासी आशीष सैनी ने एसीबी कोटा कार्यालय में परिवाद पेश किया था. उसके अनुसार दिल्ली के शाहदरा के मानसरोवर पार्क थाना में दहेज प्रताड़ना और अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ. ये मुकदमा उसकी पत्नी सविता शर्मा ने 10 सितंबर 2022 को दर्ज कराया था. इस मामले की जांच एएसआई रेखा सिंह कर रही है. जिसने 50 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी.
दिल्ली बुलाकर धमकाया, पहले भी ली है रिश्वत: महिला एएसआई रेखा सिंह ने मुकदमा दर्ज होने के बाद नवम्बर 2022 में ही आशीष सैनी को दिल्ली बुलाया था. इस दौरान वो अपने ममेरा भाई अभिषेक सुमन के साथ गया था. जहां पर दिल्ली पुलिस की महिला एएसआई रेखा सिंह ने रिश्वत में 50 हजार रुपए की मांगी. अत्यधिक दबाव बनाने पर उसने (आशीष) एटीएम से 14 हजार रुपए निकाल कर रेखा सिंह को तत्काल दे दिए.