सांगोद (कोटा).जिले के कनवास उपखंड अधिकारी ने समझाइश कर एक बुजुर्ग मां को उसके अपने बेटे से हक दिलवाया. बेटे ने मां को मिले मुआवजे की राशि हड़प ली थी. मां की मुआवजा राशि हड़पने की शिकायत मिलने पर एसडीएम राजेश डागा ने मामले को गंभीरता लिया. मामले की सुनवाई करते हुए बेटे को मुआवजा राशि का आधा हिस्सा अपनी मां को देने और उसके भरण-पोषण के लिए भी राशि देने के लिए निर्देशित किया.
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जानकारी के अनुसार सड़क निर्माण में रास्ते में आ रहे मकान के बदले में सरकार की तरफ से कैलाश बाई नाम की महिला को 2 लाख 12 हजार रुपए मुआवजा राशि मिली थी जो उसके बड़े बेटे लालचंद के पास थी. वह अपनी मां के हिस्से की राशि उसे नहीं दे रहा था, साथ ही अपनी मां के साथ आए दिन मारपीट भी करता था. वहीं, मां की देखभाल भी नहीं करता था.
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ऐसे में महिला ने उपखण्ड मुख्यालय में अपने बेटे द्वारा 2 लाख 12 हजार रुपये हड़पने और भरण पोषण में किसी भी प्रकार की सहायता नहीं करने का प्रकरण दर्ज करवाया गया. जिस पर कार्रवाई करते हुए उपखण्ड अधिकारी राजेश डागा ने अप्रार्थी को नोटिस जारी किया. दोनों पक्षों को न्यायालय में उपस्थित होने के निर्देश दिए. दोनों पक्षकारों को समझाइश कर मुआवजा राशि का हिस्सा पीड़िता को देने के निर्देश दिए, जो कि 1 लाख रुपए है. इसमें से बेटे ने 40 हजार रुपए पहले ही मां को दे दिए हैं. वहीं, एसडीएम ने शेष 60 हजार रुपए मां को देने के निर्देश दिए. ये राशि दो गवाहों के समक्ष साढ़े तीन माह में अदा करने पर रजामंदी जाहिर की गई. इसके साथ ही एसडीएम ने बेटे को मां का भरन पोषण करने के भी निर्देश दिए.