कोटा. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) जॉइंट एंट्रेंस एक्जाम मेन (JEE MAIN 2024) का आयोजन 24 जनवरी से कर रहा है. इस परीक्षा में शामिल अधिकांश कैंडिडेट का मकसद जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम एडवांस्ड (JEE ADVANCED) के लिए क्वालीफाई करना होता है. इसके लिए क्वालीफाइंग-कटऑफ को क्लियर करना होगा, ताकि वे प्रतिष्ठित आईआईटी (IITs) संस्थानों में प्रवेश पाने में सफल हो सकें.
कोटा के एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि सफलता के लिए केंडिडेट व अभिभावकों को इस क्वालीफाइंग-कटऑफ का गणित समझना होगा. क्वालीफाइंग-कटऑफ 'परसेंटाइल' के रूप में जारी किया जाता है. साल 2019 से लेकर 2023 के जनरल केटेगरी के क्वालीफाइंग कटऑफ के आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो साल 2021 में यह 87.8992241 परसेंटाइल के न्यूनतम स्तर पर और वर्ष 2023 में 90.7788642 परसेंटाइल के उच्चतम स्तर पर था. यदि इस परसेंटाइल को अंकों में परिवर्तित किया जाए तो अत्यंत चौंकाने वाली स्थिति बनती है.
आंकड़ों के अनुसार साल 2021 में 300 में से लगभग 78 अंक व साल 2023 में 300 में से करीब 90 अंक लाने वाले विद्यार्थी जेईई एडवांस्ड में शामिल होने के लिए क्वालीफाइंग कटऑफ को क्लियर कर गए थे.
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90 में से 75 प्रश्न करने होते हैं केंडिडेट को : जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम मेन परीक्षा में करीब 300 अंक का पूर्णांक होता है और इसमें 90 प्रश्न पूछे जाते हैं. इनमें से 75 प्रश्न विद्यार्थियों को करने होते हैं. यदि जनरल केटेगरी का केंडिडेट जेईई मेन प्रवेश परीक्षा में लगभग 30 फीसदी अंक लाता है, तो बीते सालों के आंकड़ों के अनुसार वह जेईई एडवांस्ड के लिए क्वालीफाई कर जाएगा.
समझिए प्रश्नपत्र का गणित :देव शर्मा ने बताया कि जेईई-मेन के प्रश्नपत्र में फिजिक्स, केमिस्ट्री व मैथमेटिक्स प्रत्येक विषय के प्रश्न पत्र के दो भाग होते हैं. भाग-ए में 20 वस्तुनिष्ठ प्रश्न होते हैं व सभी प्रश्न हल करने अनिवार्य होते हैं. भाग-बी में न्यूमैरिक बेस्ड 10 प्रश्न होते हैं जिनमें से कोई 5 प्रश्न करने होते हैं. ऐसी स्थिति में क्वालीफाइंग कटऑफ क्लियर करने लिए महज 90 अंक लाने हैं, यानि 23 प्रश्न का सही उत्तर देकर भी इसे क्लियर कर सकते हैं. देव शर्मा ने बताया कि केंडिडेट व अभिभावक इस गणित को ठीक से समझें और परीक्षा के पहले किसी प्रकार का तनाव नहीं लें.
बीते पांच साल के क्वालीफाई के आंकड़ें