रामगंजमंडी में टूट जाएगा भाजपा प्रत्याशियों के जीतने का सिलसिला कोटा.राजस्थान में विधानसभा चुनाव प्रचार पूरे परवान पर है. कांग्रेस ने रामगंजमंडी सीट से महेंद्र राजोरिया को मैदान में उतारा है, राजोरिया अपना पहला विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं. इस बीच ईटीवी भारत से महेंद्र राजोरिया ने विशेष बातचीत की. उन्होंने कहा कि रामगंजमंडी विधानसभा सीट से भाजपा के जीतने का क्रम अब टूट जाएगा. भाजपा प्रत्याशी इस बार हारेगा और इसके बाद भाजपा को यहां से जीतने नहीं दिया जाएगा. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सौभाग्य है कि, "मैं पहली बार चुनाव लड़ रहा हूं, मेरी अभी चुनाव लड़ने की शुरुआत है, इस जीत के बाद में यहां से हमेशा कांग्रेस की ही जीत होगी."
रामगंजमंडी को भाजपा ने 20 साल में पीछे किया:महेंद्र राजोरिया ने कहा कि रामगंजमंडी विधानसभा क्षेत्र बहुत बड़ा विधानसभा क्षेत्र है, यहां पिछले 20 वर्षों से लगातार भाजपा के विधायक बनते आए हैं, लेकिन ये क्षेत्र अभी भी काफी पिछड़ा हुआ है, मूलभूत सुविधाएं भी रामगंजमंडी में नहीं हैं. सेटेलाइट हॉस्पिटल और सड़कों की स्थिति काफी खराब है. पानी की समस्या है, शैक्षणिक गतिविधियां हो नहीं पाई हैं, जिस हिसाब से काम होना चाहिए था, वह नहीं हुआ है. उन्होंने आरोप लगाया कि "बीजेपी विधायक ने यहां कोई काम नहीं किया. मुझे लगता है कि जनता की उम्मीदें काफी ज्यादा हैं और सरकार भी कांग्रेस की ही बनने जा रही है. यहां से भी कांग्रेस का विधायक होगा, इससे रामगंडमंडी का चहुंमुखी विकास होगा."
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रामगंजमंडी का सबसे बड़ा मुद्दा रोजगार: महेंद्र राजोरिया ने कहा कि रामगंजमंडी के स्टोन वर्कर परेशान हैं, सबसे बड़ी चिंता उनको अपने रोजगार को लेकर है. आज तक किसी भी जनप्रतिनिधि ने उनके लिए कोई मुहिम नहीं चलाई. राज्य सरकार ने एमएसएमई के माध्यम से शिक्षित के लिए कई योजनाएं दे रखी हैं, जिसके जरिए स्वयं के भी बड़े उद्योग स्थापित कर सकते हैं. रीको या एमएसएमई के अवेयरनेस कैंप होने चाहिए थे, हम लोग राज्य सरकार की स्कीम उन लोगों के बीच में लेकर आएंगे, लोगों को अधिकतम रोजगार उपलब्ध कराएंगे.
मेरा घर और व्यापार कोटा में, फिर मैं बाहरी कैसे:बाहरी होने के सवाल पर राजोरिया ने कहा दिलावर के बोलने का तरीका रामगंज मंडी के गांव-गांव के लोग जानते हैं कि, वे किस तरह की भाषा का उपयोग करते हैं, उनके किस तरह के विचार हैं. उन्होंने कहा कि "रही बात मेरे बाहरी होने की तो मैं बीते 20 सालों से यहां रह रहा हूं, मेरा यहां घर है, मैं यहां का वोटर हूं, आधार कार्ड यहीं का है. मदन दिलावर स्वयं रामगंज मंडी विधानसभा क्षेत्र के नहीं है, मैं यहां का निवासी हूं तो बाहरी कैसे हो सकता हूं, मैं तो लोगों के दिल में बस रहा हूं."
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जिस पार्टी ने सम्मान दिया उसके प्रति लॉयल्टी बनती है:रामगोपाल बैरवा के भाजपा में शामिल होने पर राजोरिया ने कहा कि, बैरवा हमारे आदरणीय हैं, हम उनका सम्मान करते आए हैं, उनकी स्वयं की विचारधारा और स्वयं का निर्णय है. कांग्रेस 36 कौम की पार्टी है, आम आदमी व कार्यकर्ता को साथ लेकर चलती है. जिस तरह से कांग्रेस पार्टी ने उन्हें पहचान दी थी, उसी तरह से मेरी पहचान भी कांग्रेस पार्टी के नाम से ही है, मेरा मानना है कि विचार करना चाहिए कि जिस पार्टी की वजह से मान सम्मान मिला, उसके प्रति लॉयल्टी बनती है.
मेरी विचारधारा 30 साल से कांग्रेस से जुड़ी:महेंद्र राजोरिया से जब पूछा गया कि उनके भाई बीजेपी से सांसद हैं, इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि "मैं बीते 30 साल से कांग्रेस पार्टी का कार्यकर्ता रहा हूं. साल 1993 में छात्र संघ अध्यक्ष था, एनएसयूआई से राजस्थान विश्वविद्यालय में 1994 में चुनाव लड़ा, तब से अभी तक कांग्रेस पार्टी में विभिन्न पदों रहा हूं, मैं कैडर बेस कार्यकर्ता हूं, मैंने अपनी पार्टी की विचारधारा को लेकर काम किया है और लगातार करता रहूंगा, रही बात मेरे भाई मनोज राजोरिया की, तो उनकी विचारधारा और परिवार अलग है, मेरा परिवार अलग है. मैं कांग्रेस पार्टी की विचारधारा के साथ लगातार चल रहा हूं, आगे भी चलता रहूंगा."