कोटा. शहर के सबसे पॉश एरिया लैंडमार्क सिटी में एक यूआईटी के पार्क पर क्षेत्रीय पार्षद ने ही अपना कब्जा जमा लिया है. दबंग पार्षद के तूती इतनी बोलती है कि इनके सामने क्षेत्रवासी बोलने से भी घबरा रहे हैं. यहां तक कि यूआईटी के अधिकारी भी सब कुछ जानकर मौन बने हुए हैं.
पार्षद 'पुटरा' ने किया यूआईटी के पार्क पर कब्जा पार्षद महोदय ने अपनी दबंगई दिखाते हुए पहले तो पार्क में ही पक्का निर्माण करवा दिया और वहां पर एक चौकीदार भी रख दिया. ताकि पार्क में कोई आ न सके. साथ ही नगर निगम से पार्क में बिजली कनेक्शन करवा दिया, जिससे बिजली सप्लाई वहां रहने वाले निवासियों को मिलती रहे. साथ ही गौशाला के नाम पर तीन चार गायों को लाकर बांध दिया. ताकि क्षेत्रवासी भी अगर विरोध पर उतरे तो गौशाला के नाम से उन्हें चुप करा दिया जाए.
दरअसल, बात नगर निगम के वार्ड नंबर 2 की है. यहां पर लैंडमार्क सिटी के पार्क पर क्षेत्रीय पार्षद राकेश सुमन पुटरा ने 200x100 फीट के पार्क के आधे हिस्से पर अपना कब्जा जमाया हुआ है. पार्षद महोदय ने यहां पर अपना कार्यालय खोला हुआ है. यही नहीं उनकी गाड़ी की पार्किंग भी यहीं होती है. पार्षद महोदय का मकान यहां से करीब 50 मीटर दूर है. ऐसे में आसपास के लोग भी पार्षद के दबंग होने से बोलने से कतराते हैं. पार्षद महोदय ने पार्क में चौकीदार परिवार को भी रख दिया है. इन सब की जानकारी नगर विकास न्यास के अधिकारियों को है. लेकिन पार्षद भाजपा के थे और पिछले दिनों भाजपा की सरकार थी. ऐसे में उन्होंने इस बात पर आसानी से कब्जा होने दिया.
इस संबंध में बाहर रहने वाले परिवार से पूछा गया तो उन्होंने कह दिया कि उन्हें तो पार्षद पुटरा ने जहां पर रखे हैं, वहां पर हैं. आपको जो भी सवाल करना है उनसे ही पूछ लो. पार्षद राकेश सुमन पुटरा से बात की तो उन्होंने कहा कि इस पार्क पर उनका कोई कब्जा नहीं है. पार्क में लोग आ जा सकते हैं. पाक के आधे हिस्से में काश्तकार के खाते की जमीन है. उसने वह उन्हें दे दी है. वहां काश्तकार ने पक्का निर्माण करवाया हुआ था. वहीं सड़क पर घूमने वाली कुछ गायों को उन्होंने वहां पर बांध दिया है, जिससे गोशाला भी संचालित किया जा रहा है. वे वहां जाते हैं, उठते हैं और बैठते हैं, उनका ऑफिस भी वहीं चलता है.
हालांकि जब ईटीवी भारत ने इस पार्क के बारे में नगर विकास न्यास के सचिव भवानी सिंह पालावत से बात की तो उन्होंने किसी भी तरह के अतिक्रमण की जानकारी से इंकार कर दिया. उन्होंने कहा कि अगर किसी पार्षद ने पार्क पर अतिक्रमण कर रहा है, तो इसकी जांच करवाएंगे. पार्क को अतिक्रमण मुक्त करवाकर लोगों के लिए खोला जाएगा. उन्होंने तो यह भी कह दिया कि पार्क में जो पक्का निर्माण किया गया है. उसे भी तोड़ कर ध्वस्त किया जाएगा.