कोटा. परिवहन विभाग ने ई-रवन्ने के आधार पर ओवरलोडिंग ट्रकों पर कार्रवाई करते हुए हाड़ौती के 2800 ट्रकों पर 200 करोड़ रुपये का जुर्माना लगा दिया है. इसका विरोध करते हुए ट्रक चालकों ने कोटा स्टोन का लदान ठप कर दिया है.
राजस्थान में यहां 2200 फैक्ट्रियां बंद...ये है कारण
कोटा में परिवहन विभाग ने ई-रवन्ने के आधार पर ओवरलोडिंग ट्रकों पर कार्रवाई करते हुए हाड़ौती के 2800 ट्रकों पर 200 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है. इसका विरोध करते हुए ट्रक चालकों ने कोटा स्टोन का लदान ठप कर दिया है.
लदान ठप होने से कोटा की 2200 फैक्ट्रियों में कामकाज ठप हो गया है. 60 से अधिक खदानों में भी काम बंद पड़ा हुआ है. रोजाना करीब 5 से 6 करोड़ रुपये का कारोबार प्रभावित हो रहा है. इससे खान श्रमिक ट्रक चालकों समेत फैक्ट्रियों के 2 लाख कर्मचारियों के आगे संकट खड़ा हो गया है.
साथ ही जो भी वाहन कोटा स्टोन का लदान कर ले जा रहा हैं. उन्हें यह विरोध प्रदर्शन करने वाले लोग रोक रहे हैं. इस हड़ताल को गुरुवार को तीसरा दिन है.
वहीं कोटा स्टोन यूनियन के सदस्यों ने इस समस्या से समाधान के लिए खनन मंत्री प्रमोद जैन भाया से जयपुर में मुलाकात की. साथ ही तीन सूत्रीय ज्ञापन सौंपा. दूसरी तरफ ट्रक मालिकों द्वारा संचालन नहीं करने पर कोटा संभाग की खदानों और फैक्ट्रियों में सन्नाटा पसरा हुआ है. स्टॉक से प्रतिदिन 900 गाड़ियों में रफ पॉलिश स्टोन का लदान होता है. लेकिन परिवहन विभाग के ओवरलोडिंग जुर्माना लगाने से ट्रकों का संचालन नहीं हो रहा है.