इटावा (कोटा).जिले के इटावा उपखंड क्षेत्र के खातोली के पास से निकलने वाली चम्बल, कालीसिन्ध, पार्वती नदियों में मंगलवार को पानी आने के चलते इटावा उपखंड क्षेत्र के कई मार्ग अवरुद्ध हो गए हैं. भीलवाड़ा जिले के मांडलगढ़ विधानसभा क्षेत्र के 4 बांध भी ओवरफ्लो गए (Bhilwara 4 dams overflow) हैं.
जहां पार्वती नदी में रविवार शाम को पानी आने के बाद मंगलवार को जलस्तर काफी बढ़ गया. पुलिया पर करीब 8 फिट पानी की चादर चलने के साथ ही राजस्थान और मध्य प्रदेश का संपर्क कट गया. इससे स्टेट हाईवे 70 कोटा-श्योपुर राजमार्ग भी अवरुद्ध हो (State highway 70 blocked) गया. मध्य प्रदेश में लगातार हो रही बारिश का असर इस नदी पर देखने को मिला है. मध्य प्रदेश में बारिश के चलते राजस्थान के खातोली के पास से निकल रही पार्वती नदी में उफान आ गया है. नदी की पुलिया पर करीब 8 फीट पानी की चादर चल रही है. इसके साथ ही यहां खातोली थाने का जाप्ता तैनात किया गया है.
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थाना अधिकारी रामस्वरूप राठौड़ ने बताया कि नदी का जलस्तर बढ़ने के चलते लोगों से नदी के किनारों पर नहीं जाने की अपील की है. वहीं कैथूदा के पास से निकल रही चम्बल नदी की झरेर पुलिया पर लगातार पानी की आवक बनी हुई है. नदी की पुलिया पर करीब 10 फिट पानी की चादर चल रही है. जिसके कारण पिछले 45 दिनों से इटावा-खातोली-सवाईमाधोपुर-मथुरा मार्ग अवरुद्ध है. इसके चलते वाहन चालकों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
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इटावा उपखंड मुख्यालय को जिला मुख्यालय से जोड़ने वाली कालीसिन्ध नदी में भी जोरदार पानी की आवक हुई है, जिसके चलते पुलिया पर करीब 2 फिट पानी की चादर चल रही है. जिसके कारण इटावा का कोटा जिला मुख्यालय से संपर्क कट गया है. इटावा कोटा राजमार्ग 70 व बारां-दूदू राजमार्ग 37A भी अवरुद्ध हो गया है. इस मानसून सत्र में 8वीं बार पानी आने से राजमार्ग 70 कोटा श्योपुर मार्ग अवरुद्ध हुआ है. वहीं कालीसिन्ध नदी में दूसरी बार उफान देखने को मिला है. नदी में उफान आने के साथ इटावा व बूढादित थाने का पुलिस जाप्ता नदी के दोनों किनारों पर तैनात है.
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भीलवाड़ा के 4 बांध हुए ओवरफ्लो: भीलवाड़ा जिले में पिछले 2 दिन से मानसून सक्रिय है. शहर में सुबह 11 बजे से रिमझिम बारिश शुरू हुई थी. जो अब मूसलाधार बारिश में तब्दील हो गई है. अचानक तेज बारिश शुरू होने से शहर के कहीं रोड पर पानी भर गया. जिले से गुजरने वाले कोठारी, मानसी, बनास व मेनाली नदी में भी पानी की आवक होने लगी है. चित्तौड़गढ़ जिले के कोठारी बांध के ओवरफ्लो होने से बनास नदी में पानी की आवक शुरू हो गई है. बनास नदी से पानी अजमेर, जयपुर व टोंक जिले की प्यास बुझाने वाले बीसलपुर बांध में पहुंच रहा है. जिले के मांडलगढ़ विधानसभा क्षेत्र के 4 बांध भी ओवरफ्लो गए हैं.
झालावाड़ के बांधों के खोले गेट, अलर्ट पर प्रशासन: झालावाड़ में बारिश का दौर लगातार जारी रहने से जिले में स्थित कालीसिंध, भीमसागर, छापी आदि बांधों के गेटों को खोलकर पानी की निकासी की जा रही है. प्रशासन ने किसी अप्रिय घटना को रोकने के लिए एसडीआरएफ की टीमों व गोताखोरों को अलर्ट पर रखा है. कालीसिंध बांध के जलस्तर में भी तेजी से बढ़ोतरी हुई है. जिसके कारण प्रशासन ने बांध के 8 गेट खोल कर 93 हजार 332 क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है. वहीं उजाड़ नदी पर बने भीमसागर डैम का जलस्तर भी तेजी से बढ़ रहा है. ऐसे में डैम के 3 गेट खोलकर 9 हजार क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है. डैम के गेट खुलने के कारण प्रशासन ने बहाव क्षेत्र में आने वाले खानपुर और सांगोद क्षेत्र में अलर्ट जारी किया है.
झालावाड़ जिले के मनोहरथाना क्षेत्र में देर रात हुई जोरदार बारिश के कारण मंगलवार सुबह राजकीय महाविद्यालय मनोहरथाना में परीक्षा देने पहुंचे बीए प्रथम वर्ष के 129 छात्रों की दिल की धड़कने उस वक्त बढ़ गई. जब महाविद्यालय से कुछ दूरी पर स्थित उस्ताद के कुएं नामक स्थान पर बनी रपट पर 5 फुट तक पानी भर गया. इसके चलते महाविद्यालय की ओर जाने वाली सड़क का संपर्क पूरी तरह कट गया. इस कारण छात्रों को करीब 12 किलोमीटर दूर का फेरा लगाकर महाविद्यालय पहुंचाया गया और वे परीक्षा में बैठ पाए.
नदियां उफान पर: सीमावर्ती मध्य प्रदेश से लगने वाले इलाकों में भी बारिश का दौर जारी रहने से जिले के गागरीन व चंवली बांध भी छलक उठे हैं. वहीं जिले की कालीसिंध, आहू, परवन, चंवली सहित कई छोटी बड़ी नदियां भी उफान पर हैं. ऐसे में झालावाड़ जिला कलेक्टर भारती दीक्षित ने नदी के किनारों और बांध के डाउनस्ट्रीम क्षेत्रों में लोगों से ना जाने की अपील की है. किसी भी अनहोनी घटना को रोकने के लिए प्रशासन ने एसडीआरएफ की टीमों के साथ गोताखोरों को भी अलर्ट पर रखा है.