कोटा.राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 के लिए मतगणना रविवार को होनी है. इसके साथ ही हाड़ौती की 17 सीटों पर भी फैसला हो जाएगा. यहां पर कई दिग्गजों की साख दांव पर है. जिनमें सूबे की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया से लेकर राजस्थान कांग्रेस पार्टी के कदावर नेता और यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल, मंत्री प्रमोद जैन भाया, मंत्री अशोक चांदना भी इस सूची में शामिल हैं. इनके अलावा पूर्व मंत्री प्रभु लाल सैनी, मदन दिलावर और प्रताप सिंह सिंघवी के भविष्य पर भी फैसला दिसम्बर को होना है.
इन बड़े चेहरों पर है सबकी नजर: पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी हाड़ौती से ही चुनाव लड़ती हैं. वसुंधरा राजे झालरापाटन सीट से चुनाव लड़ रही हैं, उनके सामने कांग्रेस ने नए चेहरे के रूप में रामलाल चौहान को मैदान में उतारा है. वसुंधरा यहां से चार चुनाव लगातार जीत चुकी हैं. दूसरी हॉट सीट की बात की जाए, तो वह कोटा उत्तर सीट है, जहां पर यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल का मुकाबला पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल से है.
बारां जिले के अंता से मंत्री प्रमोद जैन भाया चुनाव मैदान में हैं. उनके सामने भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व विधायक कंवरलाल मीणा हैं. वहीं हिंडोली में खेल एवं युवा मंत्री अशोक चांदना का मुकाबला पूर्व कृषि मंत्री और भाजपा प्रत्याशी प्रभुलाल सैनी से है. छबड़ा सीट पर भाजपा प्रत्याशी व पूर्व मंत्री प्रताप सिंह सिंघवी का मुकाबला कांग्रेस प्रत्याशी करण सिंह से है. यहां पर कांग्रेस और भाजपा दोनों के बागियों ने ताल ठोकी हुई है. रामगंज मंडी से पूर्व मंत्री मदन दिलावर का मुकाबला कांग्रेस के महेंद्र राजोरिया से है.
कांग्रेस और बीजेपी के नए चेहरों पर सबकी नजर: हाड़ौती में भारतीय जनता पार्टी के दो ही नए चेहरे हैं. जबकि कांग्रेस ने 6 नए चेहरे में चुनावी मैदान में उतारे हैं. भाजपा के नए चेहरों की बात की जाए तो पीपल्दा का सीट से प्रेमचंद गोचर और बारां अटरू सीट से राधेश्याम बैरवा चुनावी मैदान में हैं. जबकि कांग्रेस ने जहां पीपल्दा से चेतन पटेल, रामगंजमंडी से कांग्रेस प्रत्याशी महेंद्र राजोरिया, सांगोद से कांग्रेस के भानु प्रताप, झालरापाटन से रामलाल चौहान, डग से चेतन राज गहलोत और मनोहर थाना से नेमीचंद मीणा चुनावी मैदान में हैं. इनमें रामलाल चौहान और चेतन राज गहलोत की उम्र ज्यादा है, लेकिन उन्हें पहली बार ही टिकट मिला है.