रामगंजमंडी (कोटा).कोरोना काल में आर्थिक तंगी से जूझ रहेकिसानों की परेशानियां कम होने का नाम ही नहीं ले रही हैं. एक तरफ तो किसान कोरोना के प्रकोप से भयभीत है, वहीं दूसरी तरफ रामगंजमंडी क्षेत्र के आसपास के इलाकों में टिड्डियों के दल के प्रवेश ने किसानों की चिंताएं और बढ़ा दी हैं. ऐसे में अब किसानों को खुद कोरोना से बचने के साथ-साथ अपने खेतों की फसलों को टिड्डियों के दल बचाने के लिए जद्दोजहद करनी पड़ रही है.
रामगंजमंडी में टिड्डी ने दल बढ़ाई किसानों की परेशानी बता दें कि, रामगंजमंडी के समीप भवानीमंडी के सरोद गांव और चित्तौड़गढ़ के कुछ इलाकों में टिड्डियों के दल को निकलता देखा गया है. जिसके बाद से रामगंजमंडी के किसान घबराए हुए हैं. उनकी सबसे बड़ी चिंता का कारण ये है कि, उन्हे ये तक नहीं पता है कि, किस तरह टिड्डियों के दल से अपनी फसलों को बचाया जाए. क्योंकि, रामगंजमंडी में पहले कभी भी टिड्डियों का प्रवोश नहीं हुआ है. ऐसे में किसानों की फसलों को बचाने के लिए क्षेत्र में प्रशासन भी चिंता में पड़ गया है.
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किसान भगवान सिंह धाकड़ का कहना है कि, रामगंजमंडी के आसपास के क्षेत्रों में टिड्डियों के दल के प्रवेश की खबरों ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है. किसानों के पास इनसे निपटने के लिए कोई अनुभव नहीं है. ऐसे में टिड्डियों से अपनी फसलों को बचाने के लिए प्रशासनिक स्तर से किसानों में जागरुकता लानी होगी.
उपखण्ड अधिकारी चिमनलाल मीणा ने बताया कि, सोमवार को रावतभाटा इलाके में टिड्डियों के दल को देखा गया है. उस समय हवा का रुख मध्यप्रदेश की ओर था. वहीं, मंदसौर, गरोठ और भवानीमंडी में भी टिड्डियों का दलदेखा गया है. इस पर हमने ब्लॉक स्तर पर तहसीलदार, विकास अधिकारी और एसडीएम टीम के साथ अलग-अलग इलाकों का निरक्षण किया. साथ ही किसानों को जागरुक किया कि, तेज आवाज में साउंड बजाने और डीजे बजाने से टिड्डियों को भगाया जा सकता है. फिलहाल सूचना आई है कि, टिड्डियों के दल का रामगंजमंडी से भवानीमंडी इलाके में उनका प्रवेश हुआ है. इसको लेकर हम कृषि अधिकारियों से लगातार संपर्क कर रहे हैं.