कोटा.ईद-उल-फितर की इस नमाज में एक साथ हजारों हाथ अमन और चैन के लिए उठे. लोगों ने मुल्क की बेहतरी के लिए अपनी दुआओं में देश की तरक्की मांगी. नमाज का समय जैसे-जैसे नजदीक आता गया. ईदगाह की ओर जाने वाला रास्ता नमाजियों से भर गया. रमजान के बाद ईद की मुबारक कुछ ऐसी रही कि सुबह हुई धूप की तपिश भी नमाजियों पर ठंडक बनकर बरसी.
किशोरपुरा स्थित ईदगाह तक सब दौड़े चले गए. क्या बच्चे और क्या बुजुर्ग हर किसी में ईद की खुशी दिखाई दी. नमाज अदा करने के बाद हर कोई एक दूसरे को गले मिलकर ईद की मुबारकबाद देता हुआ दिखाई दिया. किशोरपुरा स्थित ईदगाह में शहर काजी अनवर अहमद ने इंसान के लिए बनाए फर्ज याद दिलाए. उन्होंने कहा कि इंसान वही सच्चा होता है जो दूसरों का भला चाहता है.