कोटा.कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को लेकर हमने कोटा जिला मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. विजय सरदाना से बातचीत की और कई अहम मुद्दों पर बाच चर्चा हुई. इस दौरान उन्होंने कहा कि, हमारे यहां अधिकांश मरीज एसिंप्टोमेटिक ही सामने आ रहे है. कोटा में अभी 165 मरीज पॉजिटिव आए हैं जिमनें से 5 लोगों की मौत हो चुकी है.
कोटा जिला मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. विजय सरदाना से बातचीत. इसके अलावा कुछ झालावाड़ के भी मरीज हैं. ऐसे करीब 260 मरीज अस्पताल में भर्ती हुए हैं. इनमें से 180 मरीज पॉजिटिव और बचे हुए संदिग्ध हैं. मेडिकल कॉलेज के पूरे स्टाफ और डॉक्टर्स की मेहनत की बदौलत ही 103 मरीज अभी तक नेगेटिव आ चुके हैं, जो कि 2 बार जांच में नेगेटिव आए हैं.
इनमें कुछ मरीज झालावाड़ जिले के भी हैं. मरीजों को डिस्चार्ज भी करना शुरू कर दिया गया है. डॉ. सरदाना ने कहा कि, 9 मरीजों को हमने डिस्चार्ज कर दिया है इसके अलावा करीब 94 के आसपास मरीज जो नेगेटिव हैं वह अस्पताल में ही भर्ती हैं.
दो इलाकों को छोड़कर कम हैं मरीज:
प्रिंसिपल डॉ. सरदाना का कहना है कि, अलग-अलग इलाकों में जो मरीज आ रहे हैं इसके मुकाबले उनकी संख्या बहुत कम है. मेरे हिसाब से जो सीएमएचओ और प्रशासन की टीम है. जिन्ने एरिया से मरी जा रहे हैं उनको कंटेंटमेंट या कर्फ्यू लगाया जा रहा है. हम कोशिश में जुटे हैं कि, सभी मरीजों को जल्द से जल्द ठीक किया जाए ताकि नए मरीज सामने नहीं आए.
कोटा में होंगे 1 हजार टेस्ट रोजाना:
कोरोना जांच की बात करते हुए उन्होंने कहा कि, कोटा में पेंडेंसी नहीं रहती है. हमारे यहां 1 दिन में 522 नमूनों तक की जांच हुई है. जबकि हमारी क्षमता 300 जांच करने की ही है, लेकिन अब दो नई मशीनें आ गई है जो इंस्टॉल भी हो चुकी हैं. उनसे भी टेस्टिंग शुरू कर दी जाएगी जिसके बाद कोटा में 1 हजार टेस्ट रोजाना होने लग जाएंगे.
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डॉ. सरदाना ने कहा कि, इनके बाद हम कोटा के अलावा अन्य आस-पास के जिलों के नमूनों की जांच भी कर रहे हैं, और इसमें और भी ज्यादा तेजी आ जाएगी. उन्होंने कहा कि सैंपल कलेक्शन के लिए भी चार टीमें लगाई हुई है. पहले रैपिड रिस्पांस की टीमें चार काम कर रही थी, लेकिन अब होम क्वॉरेंटाइन होने के बाद ड्यूटी में कार्य कर रही.