कोटा.दक्षिण नगर निगम के वार्ड नंबर 44 से निर्दलीय जीत कर आए लेखराज योगी भारतीय जनता पार्टी की बाड़ेबंदी में पहुंच गए हैं. इस मामले में लेखराज योगी के पिता पृथ्वीराज योगी ने भी गुमानपुरा थाना पुलिस को जबरन ले जाने की शिकायत दी है. जिस पर पुलिस मध्यप्रदेश गई, लेकिन बिना लेखराज से मिले ही वापस लौट आई है. अब इस मामले में कांग्रेस और बीजेपी दोनों आमने-सामने आ गए हैं. जहां भाजपा ने कांग्रेस पर सत्ता के दुरुपयोग का आरोप पर लगाया है, तो वहीं कांग्रेस ने जवाब देते हुए कहा कि, ये भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की हार से बौखलाहट में मनगढ़ंत बयान बाजी कर रहे हैं.
राजस्थान विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष और निगम चुनाव के कोटा जिला समन्वयक राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि कोटा दक्षिण में किसी भी तरह कांग्रेस का बोर्ड बनाने के लिए स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल के इशारे पर पुलिस प्रशासन निर्दलीय पार्षदों और उनके परिजनों पर कांग्रेस का समर्थन करने के लिए बेजा दबाव डालते हुए धमका रही है.
राठौड़ ने कहा कि कोटा दक्षिण नगर निगम में बोर्ड बनाने के लिए भाजपा के पास अब पर्याप्त समर्थन है. चार निर्दलीय पार्षद भाजपा के समर्थन की घोषणा भी कर चुके हैं. ये कांग्रेस को रास नहीं आ रहा है. वे किसी भी तरह कोटा दक्षिण में कांग्रेस का बोर्ड बनाने के लिए सभी तरह के हथकंडे अपना रहे हैं. साथ ही राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं ने निर्दलीय पार्षदों को पहले पैसों और भूखण्ड आवंटन का लालच दिया. जिसके नहीं मानने पर आपराधिक मामलों में फंसाने की धमकी दी जाने लगी है. अब कांग्रेस नेता पुलिस का इस्तेमाल कर इन निर्दलीय पार्षदों के घर ले जाकर उनके परिजनों को धमकियां दे रहे हैं. और डरा-धमकाकर निर्दलीय पार्षदों की गुमशुदगी या भाजपा के अपहरण कर लिए जाने की रिपोर्ट की जा रही है. राठौड़ ने कहा कि पिछले दिनों धारीवाल ने कोटा दक्षिण क्षेत्र में कार्यरत एक पुलिस उपअधीक्षक ने जब दबाव में काम करने से मना किया, तो उनको एपीओ कर दिया गया. ऐसे में पुलिसकर्मी वहीं कर रहे हैं जो उन्हें जयपुर से कहा जा रहा है.