प्रशिक्षु आरपीएस शिवराज सिंह कोटा. शहर के महावीर नगर प्रथम में उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ के रहने वाले 17 वर्षीय छात्र मनीष प्रजापति ने गुरुवार को खुदकुशी कर ली थी. जिसके शव को शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया. पुलिस की ओर से बताया गया कि मनीष ने जुलाई में कोचिंग का टेस्ट नहीं दिया था. इस संबंध में उसके पिता संतोष कुमार आजमगढ़ से उससे मिलने आए थे. बीते 3 दिनों से वह मनीष के साथ ही रह रहे थे और उस पर नजर बनाए हुए थे. संतोष कुमार ने पढ़ाई को लेकर भी मनीष से बातचीत की थी, जिसके बाद ही उसने सुसाइड अटेंप्ट किया. इस मामले में माना जा रहा है कि पिता की डांट फटकार से ही बच्चा तनाव में आ गया था.
प्रशिक्षु आरपीएस शिवराज सिंह ने बताया कि छात्र बीते डेढ़ साल से कोटा में रहकर मेडिकल एंट्रेंस परीक्षा नीट यूजी की तैयारी कर रहा था. जिस हॉस्टल में घटनाक्रम हुआ है, वहां पर बीते 4 महीने से वह रहा था. उन्होंने आगे कहा कि मृतक के रूम से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है. उसके मोबाइल की भी जांच की जाएगी. साथ ही पिता से भी बातचीत की गई है, जिसमें उन्होंने कहा कि पढ़ाई को लेकर ज्यादा कोई बातचीत नहीं हुई थी. वह मेरे जाने के बाद कोचिंग चला गया था और आने के बाद ही ये घटना सामने आई.
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इंदौर से वापस लौटे मृतक के पिता -मृतक के पिता मूलतः आजमगढ़ यूपी के रहने वाले हैं. उनकी कमाई कुछ खास नहीं है. ऐसे में मकान के किराए और खेती से ही घर चलता है. वहीं, मृतक मनीष का छोटा भाई आजमगढ़ में ही 10वीं की पढ़ाई कर रहा है. ऐसे में पिता ने मृतक मनीष को ठीक से पढ़ाई नहीं करने पर डांट फटकार लगाई थी. इसके बाद वो शाम 6 बजे की ट्रेन से कोटा से चले गए थे. वो इंदौर तक ही पहुंचे थे, तभी उन्हें इस घटना की सूचना मिली और वो वापस कोटा लौटे. पोस्टमार्टम के लिए मृतक के मौसा-मौसी भी गुजरात के बड़ोदरा से आए थे.
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मौसी बोली बच्चों को अपने पेरेंट्स से शेयर करनी चाहिए प्रॉब्लम -मृतक के पिता संतोष ने मीडिया से बातचीत से इनकार कर दिया. जबकि उसकी मौसी शशिकला प्रजापति ने कहा कि मनीष के दोस्त यहां पर पढ़ने के लिए आ रहे थे, उन्हीं के साथ ही वो भी पढ़ाई करने के लिए यहां आया था. जबकि उसकी मौसी ने कहा कि बच्चा पढ़ाई में ठीक था. इसलिए ही उसे यहां पर शिफ्ट किया गया था. उन्होंने कहा कि यहां बच्चे के साथ कुछ हरासमेंट हुआ था. इसी के चलते ही उसने ऐसा कदम उठाया. साथ ही उन्होंने कोचिंग के सभी बच्चों से आह्वान किया कि कोई भी छोटी से छोटी दिक्कत को भी जानकारी अपने पेरेंट्स और परिचितों को जरूर दें, ताकि समय रहते समस्या का समाधान निकाला जा सके.
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