कोटा. राजस्थान के कई जिलों में भारी बारिश (Heavy Rain in Rajasthan) की वजह से बाढ़ के हालात बने हुए हैं. खासतर से हाड़ौती जिसमें कोटा, बूंदी, बारां और झालावाड़ में भारी बारिश ने तबाही मचाई है. कोटा संभाग में भारी बारिश और नदियों में उफान होने के चलते बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं. जिससे लोगों को काफी नुकसान हुआ. कई लोग बेघर हो गए. चंबल, कालीसिंध, पार्वती और परवन नदी के उफान पर होने के चलते कई गांव टापू बन गए हैं. इन गांवों के कच्चे और पक्के मकान भी नदियों में आए भारी पानी के बहाव के साथ बह गए. साथ ही कच्चे और पक्के मकान भी इन बारिश में टूट गए.
इसको देखते हुए आज सीएम अशोक गहलोत हाड़ौती इलाके का हवाई सर्वेक्षण (Aerial survey of flood affected areas) और आम जनता और बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात किया. इस दौरे में उनके साथ प्रदेश के यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल और कोटा के प्रभारी मंत्री परसादी लाल मीणा भी साथ हैं. मीणा बुधवार देर रात को ही कोटा पहुंच गए हैं. बारां जिले के अंता से विधायक और खनन मंत्री प्रमोद जैन भाया भी बारां और झालावाड़ जिले में सीएम गहलोत के साथ दौरे (CM Gehlot Kota Tour) पर जाएंगे.
बूंदी और कोटा जिले का किया हवाई सर्वे पढ़ें- हाड़ौती में बाढ़ का खतरा, चंबल के बाद अब कालीसिंध ने मचाया कहर, बचाव की 30 टीम कर रही रेस्क्यू
आनन फानन में की गई व्यवस्था- वहीं, मुख्यमंत्री के दौरे को देखते हुए आनन-फानन में मोंटेसरी स्कूल में बाढ़ पीड़ितों के लिए बनाए गए आश्रय स्थल में व्यवस्थाएं जुटाई गई हैं. कूलर, पंखे, गद्दे से लेकर सभी व्यवस्था की गई है. यहां तक कि मुख्यमंत्री के आने से पहले रेड कार्पेट बिछाया गया है. बैनर और पोस्टर लगाए गए हैं. बिजली की भी पूरी व्यवस्था की गई है. पहले यहां पर माकूल व्यवस्था नहीं थी. पहले बाढ़ पीड़ितों के लिए इस तरह की व्यवस्था नहीं की गई थी. सिक्योरिटी को लेकर पुलिस जाप्ता तैनात किया गया है.
आनन फानन में की गई बाढ़ पीड़ितों के लिए व्यवस्था यूडीएच मंत्री बोले सभी का होगा सर्वे- प्रदेश के यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल (Shanti Dhariwal on Kota tour) भी मोंटेसरी स्कूल में आकर मुख्यमंत्री के दौरे से पहले जायजा लेकर गए हैं. उनके साथ जिला कलेक्टर ओपी बुनकर और कांग्रेस के आला नेता मौजूद थे. उन्होंने बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने कहा है कि सभी बाढ़ पीड़ितों का सर्वे होगा. रिवरफ्रंट की वजह से कुन्हाड़ी और रामपुरा इलाके में बाढ़ और नुकसान होने से बचा है, लेकिन नयापुरा इलाके में बाढ़ आई है. ऐसे में वहां भी आगे रिवरफ्रंट बनवाया जाएगा.
ये है मिनट-टू-मिनट कार्यक्रम (CM Gehlot Kota Tour)
- सीएम अशोक गहलोत जयपुर से 10:30 बजे हेलीकॉप्टर से रवाना होंगे.
- बूंदी जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे
- सुबह 11:30 बजे कोटा पहुंचेंगे, कोटा के भारी वर्षा प्रभावित क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण करेंगे व आम जनता से मुलाकात भी करेंगे.
- दोपहर 12:30 बजे अंता के लिए रवाना हो जाएंगे, जहां कालीसिंध किलो लाइन एरिया में हुई तबाही का हवाई सर्वेक्षण करेंगे.
- दोपहर 1:00 बजे अंता में आम जनता से मुलाकात करेंगे.
- दोपहर 1:30 बजे अटरू और बारां क्षेत्र के भारी वर्षा प्रभावित क्षेत्रों का हवाई दौरा करेंगे.
- दोपहर 2:30 बजे कवाई कस्बे में आम जनता से मुलाकात करेंगे.
- दोपहर 3:00 बजे छबड़ा, छीपाबड़ौद और झालावाड़ के भारी वर्षा प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे.
- शाम 4:00 बजे झालावाड़ सर्किट हाउस में आम जनता से मुलाकात करेंगे.
- शाम 5:00 बजे झालावाड़ से जयपुर के लिए रवाना हो जाएंगे.
दिल्ली से आते ही बनाया दौरा- दरअसल, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पिछले 2 दिन से गुजरात और दिल्ली दौरे पर थे. दिल्ली से जयपुर पहुंचने के साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा तय किया है. वहीं, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक दिन पहले ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के जिला कलेक्टर को निर्देश दिए थे कि वो बाढ़ प्रभावित आमजन को तत्काल आपदा राहत पहुंचाए. साथ ही किसानों की फसल खराबे की गिरदावरी करें.
पढ़ें- पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने किया बाढ़ ग्रसित इलाकों का हवाई सर्वे
वसुंधरा राजे ने बुधवार को किया था दौरा- बता दें कि हाड़ौती क्षेत्र में भारी बारिश से हुए नुकसान का पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने 1 दिन पहले यानी बुधवार को हवाई सर्वेक्षण किया था. इसके साथ ही बारां झालावाड़ से सांसद दुष्यंत सिंह ने भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया था. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने सरकार से मांग की थी कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को जल्द से जल्द राहत पहुंचाई जाए. साथ ही किसानों के फसल की समय पर गिरदावरी कराकर उन्हें मुआवजा दिया जाए.
मंत्री धारीवाल पहुंचे मोंटेसरी स्कूल बता दें कि हाड़ौती के गांव कई दिनों तक टापू बन चुका है, जहां से करीब 10 हजार लोगों का रेस्क्यू किया गया है. कहीं पर तो प्रशासन ने पूरे गांव को भी खाली कराया है. इसमें एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, सिविल डिफेंस, कोटा नगर निगम की रेस्क्यू टीम, पुलिस और सेना ने भी सहयोग किया है. इन हालातों का जायजा लेने के लिए आज मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कोटा संभाग का दौरा करेंगे.