कोटा.नगर निगम की ओर से संचालित गौशाला अनदेखी की भेंट चढ़ रहा है. गुरुवार को किशोरपुरा स्तिथ कायन हाउस में अव्यवस्था की खबर को ईटीवी भारत पर दिखाया गया था. वहीं अन्य गौशाला की भी यही हालत है.
कोटा स्थित नगर निगम की बंदा गौशाला में अव्यवस्थाओं का यह आलम है कि कीचड़ और गंदगी के बीच बंद करीब 2500 गोवंशों को ठूस-ठूस कर भर रखा है. हालांकि, नगर निगम गोशाला में गोवंशों को रखने के लिए काफी बड़ी जगह है. लेकिन बाड़ों में निर्माण चल रहा है. यही नहीं ईटीवी भारत की टीम जब हालातों का जायजा लेने गौशाला पहुंची तो देखा कि इधर-उधर घायल और मृत गोवंश भी पड़े हुए हैं.
गलगोटू और खुरपका से ग्रसित है गोवंश
बंदा गोशाला में जब वहां मौजूद डॉक्टर से बात की गई तो उन्होंने बताया कि अप्रैल माह में टीके नहीं लगने से बारिश के मौसम में गायों के गलगोटू और खुरपका के साथ मुंहपका बीमारी से ग्रसित हो रही है. साथ ही यहां जमे कीचड़ में गिरकर घायल भी हो रही है.
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तादात ज्यादा होने से मर रहे गोवंश
डॉ. नंद किशोर वर्मा ने बताया कि कीचड़ होने से कमजोर जानवर गिर जाते हैं. वहीं, गोवंशों की तादात ज्यादा होने से दब कर मर जाते हैं या घायल हो जाते हैं.