कोटा. चंबल नदी का कहर लगातार बना होने से सेना और एनडीआरएफ ने मोर्चा सम्भाल लिया है. कोटा की निचली बाढ़ ग्रस्त बस्तियों से लोगों को नावों से रेस्कयू कर निकाला जा रहा है. वहीं प्रशासन के ओर से कई आश्रय स्थल बनाएं गए हैं, जहां उनके भोजन पानी की व्यवस्था की गई है. वहीं हाड़ौती क्षेत्र में लगातार बारिश का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है.
बता दें कि चम्बल नदी पर बने सारे बांधों के गेट खुले हुए होने से नयापुरा बस स्टैंड, हरिजन बस्ती, दोस्तपुरा और गावड़ी में बाढ़ का पानी घुसने से करीब पांच हजार मकान पानी मे डूब गए है. सेना और एनडीआरएफ के ओर से लोगों को नाव से रेस्कयू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुचाया जा रहा है. साथ ही जिला प्रशासन ने चम्बल नदी किनारे बसे कॉलोनी ओर गांवों को खाली करवाया है.